नई दिल्ली एम्स देश का पहला ऐसा स्वास्थ्य संस्थान बन गया है जिसने बांह का रीइंप्लांटेशन करने में सफलता प्राप्त की है। कैंसर टयूमर से जूझ रहे पांच वर्षीय रेहान के हाथ काटने तथा उसकी जगह आर्टिफिशियल हाथ लगाने की बजाए एम्स के डाक्टरों ने उसके बांह को काटकर अलग कर दिया और कोहनी से हथेली वाले भाग को कंधे से जोड़ कर उसे उसका हाथ लौटा दिया है। एसोसिएट प्रो. डॉक्टर शाह आलम की अगुवाई में इस सर्जरी को सफल बनाया गया है। डॉक्टर आलम ने कहा कि रेहान के बांह में कैंसर का बड़ा टयूमर था, जिसे चिकित्सकीय भाषा में इविंग ट्यूमर कहा जाता है। इसका एकमात्र इलाज कंधे से पूरे हाथ को काटकर अलग करना पड़ता है। लेकिन रेहान की मां संजीदा अपने बच्चे को बिना हाथ देखने को तैयार नहीं थी। और आर्टिफिशियल हाथ के लिए दस से पंद्रह लाख रुपये खर्च करने पड़ते हैं। लेकिन कृत्रिम हाथ की अंगुली काम नहीं करती। तब हमने हाथ का रीइंप्लांटेशन करने का फैसला किया। हमें इसमें सौ फीसदी सफलता प्राप्त हुई है। सर्जरी में अनेस्थिसिया टीम में प्रो. लोकेश कश्यप व डॉ. अंजली छावरा थी। सर्जरी से पहले बच्चे को कीमोथेरेपी डा. समीर बख्शी ने दी। डॉक्टर आलम ने कहा कि अलग-अलग विभाग के डाक्टरों की एक टीम की मदद से 21 जुलाई को सर्जरी को अंजाम दिया गया जिसमें कुल पांच घंटे लगे। सर्जरी के दौरान हमने बांह को काट कर निकाल दिया लेकिन उसकी मुख्य नसों को बचाने में कामयाब रहे। इसके बाद कोहनी से हथेली तक की हाथ को बांह के साथ जोड़ दिया गया और सारी नसें काम करने लगी। हालांकि रीइंप्लांटेशन से बच्चे का हाथ छोटा हो गया है लेकिन यह उसका अपना हाथ है। डाक्टर राकेश लोधा ने बच्चों को तीन दिन तक आईसीयू केयर में सेवा प्रदान की जिस से बच्चा रिकवरी करने में सफल रहा। अब वह पूरी तरह से स्वस्थ्य है। उसका हाथ काम करने लगा है। उसे कुछ दिन में अस्पताल से छुट्टी दी जा सकती है। झांसी निवासी रेहान की मां संजीदा ने कहा कि वहां के डॉक्टरों ने इलाज से मना कर दिया और कहा कि इसे एम्स लेकर जाओ। हम एम्स में दिसंबर 2010 से बच्चे का इलाज करवा रहे हैं(राहुल आनंद,दैनिक जागरण,दिल्ली,4.8.11)।
अद्भुत ! किसी चमत्कार से कम नहीं। इस रोचक और अद्भुत जानकारी को हमसे शेयर करने के लिए आभार।
जवाब देंहटाएंवाह ..
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी खबर है, काश कि सभी अस्पताल अच्छे हों और रोज अच्छी खबरें आयें।
जवाब देंहटाएंये तो बहुत अच्छी खबर है।
जवाब देंहटाएंवाह .. बहुत सुंदर लाजवाब खबर
जवाब देंहटाएंआपके पास दोस्तो का ख़ज़ाना है,
पर ये दोस्त आपका पुराना है,
इस दोस्त को भुला ना देना कभी,
क्यू की ये दोस्त आपकी दोस्ती का दीवाना है
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मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाये!!
फ्रेंडशिप डे स्पेशल पोस्ट पर आपका स्वागत है!
मित्रता एक वरदान
शुभकामनायें
हार्दिक बधाई।
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ब्लॉगसमीक्षा की 27वीं कड़ी!
आखिर इस दर्द की दवा क्या है ?
इस अप्रतिम उपलब्धि पर अखिल चिकित्सा -आयुर्विज्ञान की पूरी समर्पित टीम को बधाई .आपका आभार इस पोस्ट की प्रस्तुति के लिए -
जवाब देंहटाएंकृपया यहाँ भी दस्तक देवें -
।http://kabirakhadabazarmein.blogspot.com/
शुक्रवार, ५ अगस्त २०११
Erectile dysfunction? Try losing weight Health
...क्या भारतीयों तक पहुच सकेगी यह नई चेतना ?
Posted by veerubhai on Monday, August 8
Labels: -वीरेंद्र शर्मा(वीरुभाई), Bio Cremation, जैव शवदाह, पर्यावरण चेतना, बायो-क्रेमेशन /http://sb.samwaad.com/ जी इस खूबसूरत उपलब्धि पर अखिल चिकित्सा आयुर्विज्ञान की पूरी टीम को बधाई ,आपका आभार .