सोमवार, 4 जुलाई 2011

बीएचयू में पंचकर्म चिकित्सा इसी महीने से

मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए बीएचयू महत्वपूर्ण पहल करने जा रहा है। केरल की तर्ज पर जुलाई अंत से बीएचयू में पंचकर्म थिरैपी की सुविधा शुरू की जा रही है। अब तक पंचकर्म से इलाज की पूरी सुविधा न होने से ज्यादातर मरीजों को केरल रेफर किया जा रहा था। लेकिन अब यह सुविधा यहीं मिलेगी।

केरल की कंपनी केरल आयुर्वेद लिमिटेड के साथ एमओयू ( मेमोरेंड़ा ऑफ अंडरस्टैंडिंग) भी हो चुका है। आयुर्वेद विभाग के पूर्व संकाय प्रमुख डॉ. वीके जोशी ने बताया कि बीएचयू ने पहली बार आयुर्वेद में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) के तहत इस कंपनी से समझौता किया है। अब यह कंपनी हमारे यहां पंचकर्म थिरैपी से मरीजों का इलाज करेगी।बताया कि कंपनी से समझौते का मुख्य उद्देश्य मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा देना है। क्योंकि जिस सुविधा के लिए विदेशों से मरीज यहां आते हैं वह उन्हें नहीं मिल पाती।

खासतौर पर पंचकर्म के लिए विदेशों से आने वाले मरीजों की संख्या बहुत ज्यादा है। इसके लिए आयुर्वेद विभाग के वार्ड में ही दो स्पेशल कमरे बनाये जा रहे हैं। केरल की कंपनी अपने अनुसार वहां निर्माण कार्य करा रही है। जुलाई 20 तक कार्य पूरा कर लिया जायेगा और महीने के अंत तक इसे शुरू भी कर दिया जायेगा।

मरीजों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए इलाज में लगभग 50 फीसदी की छूट भी दी जायेगी। 

क्या होगा खास
-पंचकर्म की तकनीक के सहारे विदेशी मरीजों को करेंगे आकर्षित
-केरल से भी मरीज किये जायेंगे यहां रेफर
-आधे खर्च पर मिलेगी पूरी सुविधा 
-बीएचयू के काय चिकित्सा के डॉक्टरों की सलाह पर केरल के विशेषज्ञ करेंगे पंचकर्म 
-लाइलाज बीमारियों के इलाज में होगी आसानी(हिंदुस्तान,वाराणसी,4.7.11)

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