देश के शीर्ष चिकित्सा संस्थान अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने एक और कामयाबी के तहत रोबोट के जरिए चार मरीजों के गले के कैंसर का सफल ऑपरेशन किया। चिकित्सकों ने दावा किया है कि ऐसा ऑपरेशन भारतीय उपमहाद्वीप में पहली बार हुआ है। डॉ. सुरेश शर्मा तथा डॉ. आलोक ठक्कर की देखरेख में हुए इस ऑपरेशन के बाद चारों मरीजों के स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हो रहा है तथा उन्हें चार-पांच दिन में छुट्टी दे दी जाएगी। डॉ. शर्मा ने शनिवार को बताया कि रोबोट के जरिए ये ऑपरेशन गुरुवार को हुए थे। संस्थान के नाक, कान एवं गला (ईएनटी) विभाग में हुए इस ऑपरेशन के लिए दाविंची रोबोट का इस्तेमाल किया गया। इसमें चीरफाड़ के बिना ही प्रभावित अंग से कैंसर जनित ट्यूमर को सफलतापूर्वक निकाल लिया गया। डॉ. शर्मा ने बताया कि यह पूरा ऑपरेशन रोबोटिक आर्म के जरिए हुआ। रोबोटिक आर्म मरीज के पास थे तथा सर्जन ने एक विशेष यंत्र से इन्हें निर्देश दिए। रोबोटिक आर्म ने मुंह के जरिए गले के प्रभावित अंग तक पहुंच कर कैंसर प्रभावित हिस्से को निकाल लिया।
गलती की आशंका लगभग नहीं :
ऐसे ऑपरेशन में गलती की आशंका नहीं के बराबर होती है क्योंकि भीतर के अंगों को दस गुना बड़ा करके देखा जा सकता है। मरीज को खून चढ़ाने की भी जरूरत नहीं पड़ती तथा वह तेजी से स्वास्थ्य लाभ भी करता है(दैनिक भास्कर,दिल्ली,8.5.11)।
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