जहर खाकर खुदुकशी करने के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रशासन ने चंडीगढ़ के गवर्नमेंट मल्टी स्पेशियलिटी हास्पिटल सेक्टर १६ में पॉयजनिंग केयर सेंटर खोलने का प्रस्ताव तैयार किया है।
प्रशासन के प्रस्ताव में दावा किया गया है कि भारत में यह अपनी तरह का पहला सेंटर होगा, जहां पर जहर खाने वाले मरीजों के बेहतर इलाज की व्यवस्था होगी। उनके इलाज के लिए विशेषज्ञ डाक्टरों को सेंटर में नियुक्त किया जाएगा। सन २०११-२०१२ के लिए स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं में इसे शामिल किया गया है। प्रस्ताव में कहा गया है कि शहर व आसपास के इलाके में लगातार जनसंख्या बढ़ रही है। शहर की जीवन शैली के कारण लोगों खासकर युवाओं में खुदकुशी करने की प्रवृत्ति बढ़ने के मामले देखे जा रहे हैं। कीटनाशक पदार्थों के आसानी से उपलब्ध होने के कारण लोग इनका उपयोग खुदकुशी करने के लिए करते हैं। पारिवारिक समस्याएं, नौकरी, शिक्षा व व्यक्तिगत रिश्तों को लेकर वे कई बार वे इतने तनाव में हो जाते हैं कि आत्महत्या करने के लिए जहर खा लेते हैं। ऐसे मरीजों के लिए यह सेंटर खोला जाएगा। प्रशासन ने इस साल के बजट में इस सेंटर को शुरू करने के लिए २० लाख रुपये का प्रस्ताव किया है। प्रस्ताव में कहा गया है कि सेंटर में चार मेडिकल स्पेशलिस्ट, एक मेडिकल ट्रांसक्रिप्शिनस्ट, ६ स्टाफ नर्स, दो डॉटा एंट्री आपरेटर, तीन फार्मेसिस्ट, चार रेजिडेंट डाक्टर और चार क्लास फोर के कर्मचारियों को नियुक्त किया जाएगा। सेंटर के जरूरी उपकरणों की भी खरीदने की योजना है। इन उपकरणों में एसपीओटू, मानीटर्स, आईएबीपी, पोर्टेबल वेंटीलेटर्स, पल्स आक्सीमीटर्स आदि शामिल हैं(अमर उजाला,चंडीगढ़,14.5.11)।
बहुत ही अच्छी पहल है।
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जवाब देंहटाएंएक अच्छी पहल...
जवाब देंहटाएंबहुत सही कदम ये जरूरी भी था
जवाब देंहटाएंएक स्नेक बाईट का भी स्पेशल सेंटर होना चाहिये
Achcha hai.... aisa special centre zaroori tha
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