बच्चेदानी, गुर्दे, स्तन कैंसर के उपचार के लिए अब रोबोटिक सर्जरी उपलब्ध हो गई है। राजीव गांधी कैंसर संस्थान में शुरू हुई आधुनिक तकनीक। इस सर्जरी का इंडिया हेबिटेट सेंटर में संपन्न हुए कैंसर निदान व सर्जरी विषयक एक सम्मेलन में लाइव प्रदर्शन किया गया। कैंसर आंकलोजी विभाग के निदेशक डा. सुधीर रावल ने कहा कि रोबोटिक सर्जरी के प्रचलन से रोगी की पारंपरिक सर्जरी के दौरान अनावश्यक क्षतिग्रस्त होने वाले ऊतकों को बचाते हैं। रक्त व अन्य प्रकार के संक्रमण के जोखिम में भी कमी होती है। रोबोटिक सर्जरी में जोखिम के कम अवसर अब तक की गई सर्जरियों में मिले हैं। रोबोट में एक चिप फिट किया जाता है, जो कैंसर जनित क्षेत्र में इमेजिंग से इस चिप की मेमोरी में फीड करते हैं। जो पूर्व चयनित शरीर के कैंसर वाले भाग को शक कर बाहर निकाल देता है। इसमें चीरा टांका लगने की जरूरत नहीं पड़ती है। सिर्फ दूरबीन तकनीक से जरूरत के मुताबिक बारीक छेद किए जाते हैं। रोबोट में फिट हिडेन कैमरे शरीर के अंदरूनी भाग के चित्र कम्प्यूटर पर दर्शाते हैं, इस सुविधा के बाद सर्जन सटीक सर्जरी कर देता है। चूंकि इस तकनीक का इस्तेमाल करने के लिए एकग्रता व सघन प्रैक्टिस की जरूरत होती है। इसलिए अधिकांश सर्जन इस सर्जरी का इस्तेमाल करने में दिलचस्पी कम लेते हैं। फिलहाल यह सुविधा एम्स के बाद अब इस संस्थान में प्रारंभ हो सकी है। सम्मेलन में कैंसर की प्रारंभिक पहचान के लिए जागरूकता लाने व सस्ती जांच सुविधाएं उपलब्ध कराने पर जोर दिया गया(राष्ट्रीय सहारा,दिल्ली,26.4.11)।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
एक से अधिक ब्लॉगों के स्वामी कृपया अपनी नई पोस्ट का लिंक छोड़ें।