गुरुवार, 17 फ़रवरी 2011

ईसीजी

ईसीजी यानी इलेक्ट्रोकॉर्डियोग्राम वह जांच है जो हार्ट की इलेक्ट्रिकल गतिविधि को मापता है। दिल स्नायु संबंधी अंग है जो शरीर के जरिए खून को गतिमान रखने के लिए एक लय में धड़कता है। नई दिल्ली स्थित गंगाराम अस्पताल के कंसल्टेंट कॉर्डियोलॉजिस्ट डॉ़ बी एस विवेक के अनुसार असल में ईसीजी एक ग्राफ पेपर है जिसमें इलेक्ट्रिकल करेंट्स के माध्यम से हार्ट रेट को दर्शाया जाता है। इस जांच के जरिए दिल से जुड़ी बीमारियों का पता लगाया जा सकता है, इसलिए यह जांच बेहद आवश्यक है। अमूमन यह हार्ट अटैक और बेहाशी, दो गंभीर बीमारियों के लिए जरूरी है।

कब करवाएं
हार्ट की नाड़ियों में ब्लॉकेज हो जाने पर हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है, इसीलिए डॉक्टर ईसीजी करवाने की सलाह देते हैं। इसके अलावा यदि करेंट में ब्लॉकेज हो तब भी ईसीजी करवा लेना चाहिए।

हार्ट अटैक
हार्ट अटैक होने पर सबसे पहले और जल्दी से जल्दी ईसीजी कराना आवश्यक है क्योंकि इसकी रिपोर्ट के आधार पर ही आगे का उपचार होता है। यदि समय रहते यह जांच नहीं करवाई गई तो मौत का खतरा बना रहता है।

पल-पल कीमती
छाती में तेज दर्द या फिर हार्ट अटैक का शक होने पर ईसीजी टेस्ट जरूरी है। डॉ़ विवेक कहते हैं कि समय रहते ईसीजी करवाना जितना जरूरी है उससे कहीं ज्यादा जरूरी है कि उसे पढ़ने वाला दिमाग किसी विशेषज्ञ का हो। वह आसानी से इसे पढ़कर यह पता लगा सकते हैं कि मरीज को हार्ट अटैक का खतरा तो नहीं है! हार्ट अटैक के मरीजों के लिए एक-एक पल कीमती होता है। समय रहते इसका पता लगा लिया जाए तो मरीज की जान बचाई जा सकती है। अन्यथा 75 प्रतिशत तक ऐसे मामलों में जान जाने तक का खतरा रहता है।

सावधानियां
डॉ़ विवेक कहते हैं कि साथ ही इसके मरीजों के लिए खानपान का उचित ध्यान रखना भी जरूरी है। इसके लिए किसी अच्छे डायटीशियन से संपर्क करना जरूरी है। इन सारी सावधानियों के अलावा नियमित रूप से व्यायाम भी आवश्यक है।
बेहोशी
जब बिना किसी कारण के अचानक बेहोशी आ जाए और अचानक से मरीज के शरीर के अंग काम करना बंद कर दें तब भी ईसीजी जांच आवश्यक होती है।
सामान्यत: इसके मरीज अधिक उम्र के होते हैं, जिनकी रोकथाम के दूसरे उपाय नहीं किए जा सकते तब उनकी जान पेसमेकर डालकर बचाई जाती है। इन्हें भी जल्द से जल्द डॉक्टर के पास ले जाना जरूरी है।

आसान है जांच
देश के हर अस्पताल में ईसीजी की सुविधा है इसलिए आप किसी नजदीकी अस्पताल में जाकर यह जांच करवा सकते हैं। जांच बहुत महंगा नहीं है।
 
सामान्यत: 100 से 200 रुपये तक खर्च करके सरकारी और निजी, सभी अस्पतालों में यह जांच करवाई जा सकती है। यह बिल्कुल आसान टेस्ट कहलाता है इसलिए इसे करवाने से डरने की जरूरत नहीं होती। इसमें महज दो मिनट का समय लगता है। आज शहरों से गांवों तक हर जगह के अस्पतालों में ईसीजी मशीन उपलब्ध है इसलिए आप कहीं भी यह जांच करवा सकते हैं। हालांकि समस्या इसकी रीडिंग पढ़ने वाले व्यक्ति को लेकर होती है, अत: रीडिंग किसी विषेशज्ञ से ही करवाएं।
(सुषमा कुमारी,हिंदुस्तान,दिल्ली,15.2.11)

1 टिप्पणी:

  1. ईसीजी के विषय में बहुत अच्छी जानकारी प्रस्तुत की है।
    आपका ब्लॉग बहुत समृद्ध है। हमें जब कोई जानकारी चाहिये होगी आपका द्वार खटखटायेंगे।

    http://pathkesathi.blogspot.com
    http://vriksharopan.blogspot.com

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