प्रेम की ताक़त से किसी की पीड़ा का दूर होना कोई शायराना बात नहीं बल्कि वैज्ञानिक आधार पर सिद्ध हो चुकी सच्चाई है। अगर आप प्यार में हैं तो आपका मन ही नहीं तन भी चंगा हो सकता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि प्रेम संबंधों में डूबे लोगों का रक्तचाप सामान्य हो जाता है। अवसाद कम या दूर हो जाता है। और अगर कोई चोट लगी है तो वह जख्म तक जल्दी भर जाते हैं। यानी प्यार अब हर मर्ज की दवा न सही लेकिन सेहत सुधारने का सटीक नुस्खा जरूर है।
वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार ब्रिघम यंग यूनिवर्सिटी के जूलियाने हॉल्ट-लुंस्टाड के अध्ययन के अनुसार लोगों के मधुर संबंध उन्हें तनाव से मुकाबला करने की ताकत देते हैं। साथ ही उनका रुझान सकारात्मक पहलुओं की ओर होने के नाते वह अपनी सेहत को लेकर काफी सजग हो जाते हैं। इसलिए भावनात्मक संबल का होना सेहत के लिए बहुत लाभदायक है। अध्ययन के अनुसार जिनका वैवाहिक जीवन खुशहाल है उनका रक्तचाप अविवाहित लोगों की अपेक्षा कम ही रहता है। लेकिन जिनका वैवाहिक जीवन खुशहाल नहीं है उन्हें अन्य समूहों के मुकाबले उनका रक्तचाप अधिक रहता है। इसलिए जहां तक ब्लड प्रेशर का सवाल है आप एक दुखदायी शादी के मुकाबले अकेले होने की स्थिति में बेहतर महसूस करेंगे। वैज्ञानिक अध्ययन में यह बात साबित हो चुकी है कि जब आप अपने पति-पत्नी या प्रेमी-प्रेमिका से बहुत प्यार करते हैं तो अपना खूब ख्याल रखते हैं। अपनी सेहत को लेकर भी सजग रहते हैं।
प्यार में खुशहाल लोग न ज्यादा धूम्रपान करते हैं और ना ही शराब आदि का अधिक सेवन करते हैं। रूमानी रिश्ते में प्रेमी जोड़े अपना ही नहीं एक-दूसरे का भी पूरा ध्यान रखते हैं और एक-दूसरे को सेहत का ख्याल रखने के लिए प्रेरित करते हैं। प्रेम संबंध में लोग मानसिक रूप से भी स्वस्थ होते हैं। उन्हें जिंदगी में नए मायने नजर आने लगते हैं और उन्हें अपना जीवन सार्थक लगने लगता है। पूर्णता का यह सुखद अहसास उन्हें बुरे से बुरे हालात में भी संभाले रखता है।
इस अध्ययन के लिए न्यूयार्क की स्टोनबर्ग यूनिवर्सिटी के समाजशास्त्री ऑथर अरोन ने ऐसी प्रेमी जोड़ों के दिमाग का एफएमआरआई स्कैन किया जिनका हाल ही में प्यार शुरू हुआ, जिनका प्रेम संबंध लंबे समय से चला आ रहा है और जिनको हाल ही में प्यार में हार मिली है। इस अध्ययन में अरोन ने पाया कि प्यार का अहसास दिमाग के डोपामाइन-पुरस्कार प्रणाली को विकसित और संचालित कर देता है। डोपामाइन एक शक्तिशाली न्यूरो ट्रांसमीटर है जो लोगों को खुशी का अहसास कराता है और भरपूर प्रेरणा देता है। इसके अलावा चैपल हिल की नार्थ कोरोनिया यूनिवर्सिटी के अध्ययन के अनुसार यह भी पाया गया कि गले लगाने और हाथ थामने से शरीर में ऑक्सीटोसिन हारमोन का अधिक स्राव होता है। यह हारमोन शरीर को थकाने और अवसादग्रस्त करने वाले हारमोनों को कम करता है। यह रक्तचाप को नियंत्रित कर कम करता है। मूड सही करता है और दर्द सहने की ताकत भी देता है।
अगर आप प्यार में होने से खुशहाल हैं तो आपकी सेहत के लिए इसके और भी फायदे हैं। यानी आपकी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाएगी और रोजमर्रा की सर्दी-जुकाम की शिकायतें भी दूर हो जाएंगी। पिट्सबर्ग की मैलन यूनिवर्सिटी के अनुसंधानकर्ताओं के अनुसार खुशी और उत्साह की सकारात्मक भावनाओं के चलते इंसान अधिक सहज और सुरक्षित महसूस करता है। इतना ही नहीं ऐसे समय में उसे सर्दी आदि की तकलीफ भी नाममात्र को ही होती है। खुशहाल शादी में शरीर पर लगी कोई भी चोट अपेक्षाकृत जल्दी ठीक हो जाती है। 2005 में की गई ओहियो यूनिवर्सिटी के अध्ययन के अनुसार जो प्रेमी जोड़े आपस में तीस मिनट तक प्रेमपूर्वक बात करते हैं और एक-दूसरे का सहारा बनते हैं उनके जख्म भरने में अपेक्षाकृत एक दिन कम लगता है(दैनिक जागरण,दिल्ली,वैलेंटाईन डे,2011)।
आज के दिन आपको मेरी प्यार भरी शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंबेहतरीन प्रस्तुति ।
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