शुक्रवार, 21 जनवरी 2011

सर्दियों में फलों का राजा -अमरूद(जामफल)

  • अमरूद अर्थात् जामफल में विटामिन, मिनरल और फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
  • विटामिन "सी" की अधिकता होने के कारण यह त्वचा से संबंधित बीमारियों को कम करता है और त्वचा में निखार लाता है।
  • नाक और मसूढ़ों में खून निकलने के उपचार में लाभदायक है।
  • फाइबर प्रचुर मात्रा में पाए जाने के कारण कब्ज को दूर करता है।
  • यह मोटापा कम करता है।
  • एसीडिटी, अस्थमा, हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा, दाँत और मसूढ़ों के दर्द में राहत पहुँचाता है।
  • सर्दी-खाँसी से बचाव तथा पाचन क्रिया को बढ़ाता है।
  • हृदय से संबंधित बीमारी, मधुमेह और कोलेस्ट्रॉल को भी कम करने में सहायक है।

जामफल के औषधीय प्रयोग

  • पके हुए जामफलों का बीज रहित गूदा २५० ग्राम दूध और खांड को साथ मिलाकर फेंट लें। इसको पीने से स्वप्नदोष नहीं होता, इसी गूदे को शहद के सात खाने से शक्ति और स्फूर्ति बढ़ती है।
  • जामफल का अर्क १० ग्राम और शहद ५ ग्राम दोनों को मिलाकर फेंट लें। सुबह-शाम खाली पेट सेवन करने से सूखी खाँसी जड़ से समाप्त हो जाती है।
  • जामफल का अर्क हर दिन सुबह-शाम लेने पर पाचन क्रिया और पित्त संबंधी विकार दूर होते हैं।
  • भोजन के साथ जामफल की चटनी और भोजन के बाद जामफल का मुरब्बा तीन महीने तक खाने से हृदय रोग में लाभ होता है। इससे रक्त संबंधी विकार भी दूर होते हैं।
  • जामफल के पत्तों को पानी में उबालकर पत्ते अलग कर लें और इस पानी को ठंडा करके इसमें फिटकरी मिला लें, इस पानी से कुल्ला करने पर दाँतों का दर्द कम होता है।
  • २०० ग्राम बीजरहित जामफल सुबह खाली पेट खाने और एक गिलास ठंडा पानी पीने से जमा हुआ पुराना जुकाम बहकर निकलने लगता है।
  • ताजे कच्चे जामफल को पत्थर पर घिसकर उसका एक सप्ताह तक लेप करने से आधाशीशी का दर्द समाप्त हो जाता है। यह प्रयोग सुबह किया जाना चाहिए।
  • जामफल के ताजे पत्तों का रस १० ग्राम और पिसी मिश्री १० ग्राम मिलाकर २१ दिन तक सुबह खाली पेट सेवन करने से भूख खुलकर आती है।
  • जामफल के पत्तों का रस पिलाने से भाँग का नशा खत्म हो जाता है। धतूरा खा लेने पर भी जामफल के पत्तों का रस पिलाया जाता है।
  • ताजे जामफल के १०० ग्राम बीजरहित टुकड़े लेकर उसे ठंडे पानी में चार घंटे तक भीगने दीजिए, फिर जामफल के टुकड़े निकालकर पानी को मधुमेह के रोगियों को पिलाने से लाभ होता है। यही पानी बहुमुत्र के रोगियों के लिए भी फायदेमंद है।
  • यूँ हर दिन हर जामफल खाना भी लाभप्रद होता है(बीके निर्मला अग्रवाल,नायिका,नई दुनिया,19.1.11)

4 टिप्‍पणियां:

  1. आपके ब्लॉग पर जब भी आता हूँ ..........अत्यन्त उपयोगी सामग्री पता हूँ.

    धन्यवाद

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  2. वाह........ अमरूद में इतने गुण होते हैं आज मालुम चला

    आभार

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  3. वाह ... मेरा मनपसंद इलाहाबादी अमरुद ये तो दिख रहा है......... बहुत सारे गुण आपने बताये आभार .

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  4. बहुत लाभदायक पोस्‍ट .. अमरूद के चित्र तो ललचाने वाले हैं !!

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