शुक्रवार, 28 जनवरी 2011

डर्मल फिलर से पाएं नई मुस्कान

नए साल की शुरुआत अकसर लोग कुछ अच्छे संकल्प ठानते हुए करते हैं। इनमें सबसे ज्यादा संकल्प खुद को चुस्त-दुरुस्त और सेहतमंद बनाए रखने के बारे में होते हैं। कुछ लोग अपनी बुरी आदतों को नए साल में छोड़ने का मन बनाते हैं। आपने भी अपने लिए ऐसा ही कुछ खास लक्ष्य निर्धारित जरूर किया होगा। यहां हम भी कुछ सुझाव आपको दे रहें जिन पर अमल करते हुए आप अपने लुक में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं। साथ ही अपनी पर्सनैलिटी को भी चार चांद लगा सकते हैं। लुक में बदलाव का यह अर्थ नहीं है कि आप अपने बालों का स्टाइल बदल लें या फिर अपने ड्रेसिंग सेंस चेंज करें। यहां लुक से अर्थ आपके चेहरे की खूबसूरती से है। चेहरे की बनावट में किस तरह बदलाव लाया जो इस सवाल पर सामान्यत: ध्यान कॉस्मेटिक सर्जरी की तरफ जाता है, लेकिन यहां हम बिना सर्जरी के ही लुक में बदलाव लाने की तरकीब सुझा रहे हैं।

दरअसल, उन महिलाओं और पुरुषों के लिए विशेष उपचार अब संभव है, जो अपने पतले होठों को चेहरे की खूबसूरती में बड़ी कमी के रूप में देखते हैं। इस कमी को बिना किसी सर्जरी के ही खूबसूरत आकार दिया जा सकता है। इतना ही नहीं, आप अपने होठों को अपनी पसंदीदा अभिनेता या अभिनेत्री जैसा आकर भी दे सकते हैं। इस बारे में कॉस्मेटोलॉजिस्ट सिमल सोएन का कहना है, ‘आज की महिलाएं अपने लुक को लेकर काफी सजग रहती हैं। इसके लिए उनके सामने तरह-तरह के आकार के होंठों की रूपरेखा प्रस्तुत कर उनकी पसंद के अनुसार लुक को ढालना अब संभव है।’ यह प्रक्रिया ‘डर्मल फिलर’ कहलाती है। इसकी बढ़ती लोकप्रियता से यह साफ हो जाता है कि अब महिलाएं व पुरुष दोनों ही इस बिना सर्जरी वाले ट्रीटमेंट को काफी पसंद कर रहे हैं।

दिल्ली की एक अन्य कॉस्मेटोलॉजिस्ट इंदू तुलानी इस तकनीक के बारे में कहती हैं, ‘डर्मल फिलर की तकनीक विकसित होने से पहले लोग लिप ऑग्मेंटेशन यानी होठों का आकार बदलने के लिए कॉस्मेटिक सर्जरी ही कराते थे, लेकिन अब बिना सर्जरी के ऐसा कर पाना संभव है। डर्मल फिलर के इस्तेमाल के जरिए हॉलोरोनिक एसिड को इंजेक्शन के जरिए पतले होठों में इंजेक्ट किया जाता है। यह एसिड किसी किस्म का रसायन नहीं हैं बल्कि शरीर से प्राप्त किया जाने वाला कंपोनेंट है। इसलिए इसके कोई साइड इफेक्ट भी नहीं हैं। यह पतले होठों को रीशेप करने का बेहद सुरक्षित तरीका है।’

स्किन अलाइव क्लीनिक की डॉक्टर चिरंजीव छाबड़ा के अनुसार, ‘भारत में फिलर्स की लोकप्रियता खासतौर से जुवेडर्म फिलर्स के आगमन के बाद ज्यादा तेजी से बढ़ी है। जुवेडर्म जो कि शरीर में मौजूद प्राकृतिक रसायनों से बना है, अपने तुरंत व दीर्घकालिक परिणाम के चलते लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है।’
हालांकि फिल्मी सितारे तो यह स्वीकार करते रहे हैं कि वे अपनी सुंदरता बरकरार रखने के लिए बोटोक्स जैसे साधनों का इस्तेमाल कर रहे हैं। स्किन से जुड़े ट्रीटमेंट ले रहे हैं, लेकिन अभी भी बॉलीवुड व अन्य क्षेत्रों की नामी गिरामी हस्तियां अपने लुक में आए आकर्षक बदलाव का श्रेय किसी भी किस्म के मेडिकल ट्रीटमेंट को देना पसंद नहीं करते हैं, लेकिन इसमें संदेह नहीं है कि अब लोग अपनी त्वचा और कायाकल्प को लेकर पहले की तुलना में कहीं ज्यादा जागरूकता बरतने लगे हैं।

इसी जागरूकता के चलते बोटोक्स जैसे उपचार तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं। अपने सुरक्षित और चौंकाने वाले परिणामों की वजह से पूरी दुनिया में इस बिना सर्जरी वाले ट्रीटमेंट को खूबसूरती पाने और इसे बनाए रखने का सबसे आसान तरीका माना जाता है।
हालांकि जब बात सुंदरता बढ़ाने की हो तो लोगों की ख्वाहिशें सिर्फ बढ़ती उम्र से उभरी लकीरों और सिलवटों से निजात पाने के अलावा और भी हो सकती हैं। यह उपचार हमारी त्वचा में पर्याप्त मात्र में नमी बनाए रखने में काफी कारगर साबित होता है। यह चेहरे के खाली भाग को भरने में इस्तेमाल किया जा रहा है। गोलाकार या अंडे जैसे आकार वाले चेहरे की चाहत रखने वालों को अपने गाल अगर भरने हों तो डर्मल फिलर इसका सही उपाय है। हॉलोरोनिक एसिड का इसका इस्तेमाल चेहरे की रंगत निखारने के लिए तो किया ही जा रहा है, साथ ही इसके जरिए गालों को भरने, नाक के दाग हटाने हो या ठोड़ी को खूबसूरत व चिकना बनाने में फिलर एक कारगर उपचार साबित हो रहा है।

डर्मल फिलर सौदर्य से जुड़ी संभावनाओं को और भी बढ़ा रहा है। यह फिलर होठों के पास पड़ जाने वाली लकीरों को खत्म कर सकता है। नाक के पास से मुंह के अंतिम सिरे तक जाने वाली यह लकीरें चेहरे को खूबसूरती में दाग जैसी नजर आती हैं। फिलर नाक का आकार सही करने, इसके दाग हटाने, होठों को आकार देने में भी कारगर साबित हो रहा है। अगर इसके उपयोगों की बात की जाए तो यह भौंहों को आकार देने, फेशियल, चीक बोन्स को ऊंचा उठाने के अलावा कई और विकार दूर कर सकती है। इन सभी के अलावा डर्मल फिलर का एक और उपयोग भी किया जा सकता है जिसके बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं, हाथों को खूबसूरत बनाने के लिए।

बोटोक्स से क्यों है अलग
फिलर के इस्तेमाल की सबसे अच्छी बात यह है कि इसके परिणाम तुरंत सामने आते हैं। सिर्फ कुछ मिनटों में ही इसके सकारात्मक परिणाम नजर आने लगते हैं। अगर हम बोटोक्स के बारे में बात करें तो यह भी कायाकल्प का बेहतर विकल्प है, लेकिन इसके परिणाम एक सप्ताह बाद ही नजर आते हैं। हालांकि इसका यह मतलब नहीं कि यह बोटोक्स की तुलना में बेहतर विकल्प हो सकता है।
(प्रियंका,हिंदुस्तान,दिल्ली,4.1.11)

3 टिप्‍पणियां:

  1. बेनामीजनवरी 28, 2011

    समाचार को हम तक पहुँचाने के लिए आभार!

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  2. जानकारी देने का शुक्रिया।

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  3. वैसे अपन की मुस्कुराहट से अपन को बहुत प्यार है। हाउ सेक्सी खुद को ही देख कर शीशे में बोल देते हैं.....अब अपनी तारीफ ज्यादा क्या करें।

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