शुक्रवार, 14 जनवरी 2011

तिल-खजूर के पौष्टिक लड्डू

सभी मेवों (ड्राय फ्रुट्स) में खजूर सबसे सस्ता है जो सभी को सुलभ है। सर्दी के मौसम में इसे खासतौर पर पसंद किया जाता है। यह पाचक, पौष्टिक, वीर्यवर्धक, मूत्रवर्धक, रक्त को शुद्ध करनेवाला तथा वात-पित्त और कफ को संतुलितकर, कब्ज का नाश करने वाला होता है। खजूर में कार्बोहाड्रेड, प्रोटीन, केल्शियम, पोटेशियम, फास्फोरस, आयरन, विटामिन "ए", "बी" तथा "सी" प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। खजूर को कई कई रूप में उपयोग में लाया जा सकता है जैसे- खजूर-तिल के लड्डू, खजूर-इमली की चटनी, खजूर-अमचूर की चटनी, खजूर, गाजर या कद्दू के लड्डू, कक़डी-टमाटर के साथ खजूर की सलाद, खजूर-टमाटर की सलाद, नमक-नींबू व काली मिर्च की नमकीन खजूर आदि।

विधि : सबसे पहले खजूर की गुठलियाँ निकालकर पानी में उसे साफ धोकर तुरंत पानी से बाहर निकालकर कुछ समय के लिए गलने के लिए पड़ी रहने दें। इसके पश्चात इसमें अपने स्वाद के अनुसार अंदाज से मूंगफली के दाने व तिल को मिक्सी में पीसकर नारियल के बुरा, खसखस के दाने, सत्तु के साथ थोड़ी इलायची पाउडर मिलाकर सबको आपस में मिला लें तथा आटे जैसा गूंथ लें। गोल-गोल लड्डू जैसा बनाकर ऊपर चाँदी का वर्क चिपका दें। मेहमानों को सर्व करने के लिए पौष्टिक लड्डू तैयार है।

अगर चाहें तो इसमें अपनी रुचि के अनुसार अन्य ड्राय-फ्रुट्स भी मिला सकते हैं। इन्हें बनाने के लिए न तो आग में सेंकना पड़ता है और न ही इसमें घी, मावा, दूध या शकर की चाशनी का उपयोग होता है। यही वजह है कि खजूर के लड्डू सबको पसंद आएँगे। मधुमेह के रोगी चिकित्सक की सलाह से इसे ले सकते हैं(सेहत,नई दुनिया,प्रथमांक,2011)।

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