गलत प्रसव की वजह से प्रौ़ढ़ावस्था में स्ट्रेस यूरीनरी इनकंटीनेस की बीमारी हो सकती है। इसमें उम्र ब़ढ़ने पर महिलाओं में मूत्र रिसाव की समस्या उत्पन्न हो जाती है। राजधानी दिल्ली में गलत प्रसव के अलावा महिलाओं में ब़ढ़ रहा मोटापा भी इसका कारण बन रहा है।
आरजी स्टोन यूरोलॉजी एंड लेप्रोस्कोपी हॉस्पीटल के प्रमुख डॉ. पंकज वाधवा ने एक संगोष्ठी में बताया कि प्रौ़ढ़ावास्था में करीब ३० से ४० फीसदी महिलाओं में स्ट्रेस यूरीनरी इनकंटीनेस की समस्या देखी जाती है। उम्र के साथ-साथ इसमें वृद्घि होती चली जाती है। खांसने, छींकने, सी़ढ़ी च़ढ़ने, वजन उठाने आदि के दौरान महिलाओं में मूत्र रिसाव हो जाता है। झिझक व शर्म से महिलाएं इस समस्या को लेकर डॉक्टर के पास नहीं जा पाती हैं और जीवन भर इससे जूझती रहती हैं।
डॉ. पंकज वाधवा के मुताबिक स्ट्रेस यूरीनरी इनकंटीनेस आमतौर पर बच्चों के जन्म के दौरान गलत तरीके से हुई डिलीवरी के कारण होती है। इसके अलावा मोटापा भी एक ब़ड़ी समस्या है। दिल्ली जैसे महानगरों में शारीरिक निष्क्रियता की वजह से महिलाओं में मोटापा ब़ढ़ रहा है और यह आगे जाकर उनके लिए परेशानी पैदा करने वाला साबित होता है। वजन में कमी कर इस समस्या पर काबू पाया जा सकता है। इसके अलावा मेनोपॉज के बाद हारमोन में परिवर्तन, कब्ज व धूम्रपान के कारण पुरानी कफ की बीमारी की वजह से भी इस बीमारी में इजाफा होता है।
डॉ. पंकज वाधवा के अनुसार जीवनशैली में बदलाव, कुछ व्यायाम, चंद दवा और जरूरत प़ड़ने पर एक साधारण सर्जरी के जरिए इस बीमारी का उपचार संभव है। इस बीमारी से पी़िड़त महिलाओं को पेरिनियल व पेल्विक व्यायाम सिखाया जाता है। साथ ही कुछ दवाएं भी दी जाती है। इसके बाद भी बीमारी के ठीक नहीं होने पर ट्रांस ऑब्टयूरेटर वेजिनल टेप इंसर्शन की मदद ली जाती है।
ट्रांस ऑब्टयूरेटर वेजिनल टेप इंसर्शन सर्जरी है उपाय
यह एक साधारण सर्जरी है। इसमें केवल २४ घंटे के लिए अस्पताल में रहना प़ड़ता है। यह इतनी छोटी सर्जरी है कि इसमें केवल दो टांके लगाए जाते हैं। इसमें सर्जरी कर अंदर एक एक ट्रांस वेजिनल स्लिंग रखा जाता है और मरीज को अगले दिन अस्पताल से छुट्टी दे दी जाती है(नई दुनिया,दिल्ली,23.11.2010)।
शुक्रिया इस जानकारी के लिए.
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