बुधवार, 27 अक्तूबर 2010

बेंगलूरू का आयुर्वेदिक चिकित्सा केंद्र देश का पहला राष्ट्रीय मान्यताप्राप्त आयुर्वेदिक अस्पताल बना

अब आप आयुर्वेदिक अस्पतालों में इलाज के लिए जाने से पहले वहां के क्वालिटी मानकों के बारे में भी जान सकते हैं। अब तक सिर्फ एलोपैथिक अस्पतालों को मिल रही नेशनल एक्रिडेशन बोर्ड फॉर होस्पिटल्स एंड हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स (एनएबीएच) की मान्यता मंगलवार को बेंगलूरू के आयुर्वेदिक अस्पताल आयुर-वैद को भी मिल गई। इस तरह यह क्वालिटी मानकों के लिए ऐसी मान्यता पाने वाला भारतीय चिकित्सा पद्धति का देश का पहला अस्पताल बन गया है। कल स्वास्थ्य राज्य मंत्री एस. गांधीसेल्वन ने बेंगलूरु में केंद्रीय आयुर्वेद शोध संस्थान में आयोजित कार्यक्रम के दौरान इस अस्पताल को क्वालिटी सर्टिफिकेट दिया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति पर लोगों का विश्वास कम होने की सबसे बड़ी वजह यहां मानकों को लेकर बरती जाने वाली लापरवाही रही है। लेकिन इसी तरह अगर दूसरे संस्थान भी अपनी सेवा के स्तर को सुधार लें तो दुनिया भर के लोगों का इस पद्धति में विश्वास और बढ़ेगा। आयुर-वैद अस्पताल की शाखाएं बेंगलूरू के अलावा मुंबई, चेन्नई, कोच्चि और हुबली में हैं। इनमें आयुर्वेदिक पद्धति से मरीजों के आपरेशन भी किए जाते हैं। अब तक देश के सिर्फ 50 से 60 एलोपैथिक अस्पतालों को ही यह मान्यता प्राप्त है। इस मान्यता देने से पहले अस्पताल में सेवा के स्तर, साफ-सफाई की व्यवस्था, संक्रमण रोकने के उपाय, कर्मचारियों के प्रशिक्षण का स्तर और ढांचागत सुविधाओं का आकलन किया जाता है। इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्रालय के आयुष विभाग की सचिव एस. जलजा ने कहा कि उनका विभाग लगातार आयुर्वेदिक अस्पतालों को इसके लिए प्रेरित कर रहा है कि वे इस मानक को प्राप्त करें(दैनिक जागरण,राष्ट्रीय संस्करण,27.10.2010)।

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