मंगलवार, 26 अक्तूबर 2010

एम्स तैयार कर रहा है कैंसर दर्द निवारक इनहेलर

आने वाले दिनों में कैंसर के मरीज भी अस्थमा के मरीजों की तरह अपने पास इनहेलर रख पाएंगे और जरूरत पड़ने पर दर्द से राहत के लिए तुरंत इसका इस्तेमाल कर सकेंगे। इस तरह का इनहेलर बनाने के लिए एम्स का इंस्टिट्यूट रोटरी कैंसर हॉस्पिटल ( आईआरसीएच ) रिसर्च कर रहा है। यह रिसर्च फाइनल स्टेज में पहुंच चुकी है और कुछ महीनों में इनहेलर बनकर तैयार हो जाएगा। आईआरसीएच की एनेस्थीसियॉलजी हेड डॉ . सुषमा भटनागर ने बताया कि एम्स पिछले ढाई सालों से इस इनहेलर पर काम कर रहा है और अब तक की रिसर्च में काफी पॉजिटिव रिजल्ट सामने आए हैं। इसे ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट से मंजूरी भी मिल चुकी है। उन्होंने बताया कि यह इनहेलर फेंटानिल ( जो कि नारकोटिक्स के तहत आता है ) से बनेगा और सिर्फ कैंसर के मरीजों के लिए ही होगा , इसलिए मॉर्फिन की टेबलेट की तरह यह भी डॉक्टर के उस प्रेस्क्रिप्शन पर मिलेगा , जिसमें उसका एमसीआई नंबर भी लिखा होगा और नारकोटिक्स कंट्रोल डिपार्टमेंट के सख्त रेग्युलेशन के तहत आएगा। डॉ . भटनागर ने बताया कि इस इनहेलर का असर 30 से 60 मिनट तक रहेगा और इसे डॉक्टर की प्रॉपर देखरेख और सलाह से ही लेना होगा , क्योंकि फेंटानिल का कंपोजीशन मिथेडॉन , मॉर्फिन , ऑक्सिकोडीन और ऑक्सीमॉर्फिन से तैयार किया जाता है। इसलिए इसके डोज आदि के नियंत्रण पर काफी ध्यान देना होगा। दिल्ली इंस्टिट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल साइंसेज एंड रिसर्च ( डिपसार ) के प्रिंसिपल प्रो . एस . एस . अग्रवाल कहते हैं कि अगर इसका सही इस्तेमाल हुआ तो यह कैंसर मरीजों के लिए जादू जैसा असर करेगा। लेकिन इसके डोज में थोड़ी भी गलती हुई तो यह जानलेवा भी हो सकता है , क्योंकि इसी कंपोजीशन से कैंसर मरीजों के पेन रिलीफ के लिए पैच भी तैयार किए गए हैं , जो कि बाहर के देशों में काफी ज्यादा इस्तेमाल हो रहे हैं। मगर प्रॉपर मैनेजमेंट के अभाव में उनसे पेट में तकलीफ , दवा का एडिक्शन , उदासी और ब्लड प्रेशर लो होने जैसे साइड इफेक्ट्स देखे गए हैं। उन्होंने बताया कि इस कंपोजीशन से कुछ ऐसा असर होता है , जिससे पतली ब्लड वेसेल्स चौड़ी हो जाती हैं और ऑक्सिजन का फ्लो रेस्पिरेटरी सिस्टम ( श्वसन तंत्र ) और हार्ट तक तेजी से होने लगता है। इससे ब्लड प्रेशर लो हो सकता है(नीतू सिंह,नवभारत टाइम्स,दिल्ली,23.10.2010)।

1 टिप्पणी:

  1. इसे नियंत्रित करना तो मुश्किल पड़ेगा । बहुत सावधानी बरतनी पड़ेगी ।

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