रविवार, 10 अक्तूबर 2010

फरीदाबादः 'मेंसुअल हाइजीन' अभियान में आशा वर्कर्स और टीचर्स करेंगी मदद

गांवों में चलने वाले 'मेंसुअल हाइजीन' अभियान में किशोरियों तक पहुंचने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग ने आशा वर्कर्स और स्कूल टीचर्स को चुना है। विभाग का कहना है कि आशा वर्कर्स उसी गांव की बहू और बेटी हैं और टीचर्स किसी अन्य के मुकाबले लड़कियों से ज्यादा आसानी से और बेहतर तरीके से बात कर सकती हैं। गौरतलब है कि जिले के ग्रामीण अंचल में किशोरियों को मासिक धर्म के समय होने वाली परेशानियों को ध्यान में रखकर हरियाणा स्वास्थ्य विभाग 'मेंसुअल हाइजीन' नाम से एक अभियान चला रहा है। इसमें विभाग की योजना किशोरियों को 10 रुपये में सैनिटरी नैपकिन उपलब्ध कराने की है। इस योजना में आशा वर्कर्स को शामिल करने का मुख्य कारण है कि ये उसी गांव की बहू-बेटियां हैं और गांव की हर लड़की को निजी तौर पर जानती हैं। उनके और स्वास्थ्य विभाग के बीच पुल का काम करती हैं। लड़कियों की परेशानियों को स्वास्थ्य विभाग तक और विभाग की योजनाओं को उन तक आसानी से पहुंचा सकती हैं। गांवों के स्कूलों में पढ़ाने वाली टीचर्स भी विभाग की इस योजना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। हरियाणा स्वास्थ्य विभाग सैनिटरी नैपकिन बनाने का काम किसी सेल्फ हेल्प गु्रप को सौंपना चाहता है, ताकि इस काम से उन्हें भी कुछ फायदा हो सके। पंचकुला में इस काम को दो सेल्फ हेल्प ग्रुप कर रहे हैं। इसके बाद ये सेल्फ हेल्प ग्रुप नैपकिन की सप्लाई पीसीएच सेंटर को देंगे। यहां वे आरसीएच सेंटर पर और आरसीएच सेंटर से एरिया की एएनएम उनसे सैनिटरी नैपकिन लेकर आशा वर्कर और टीचरों को देंगी। इन्हें ये साढ़े 7 रुपये में दिए जाएंगे। आगे ये लड़कियों को 10 रुपये में इन्हें देंगी। इसके अलावा, जो भी अतिरिक्त खर्च आएगा, उसे एनआरएचएम के बजट में से पे किया जाएगा। इस योजना के तहत विभाग आशा वर्कर्स और टीचर्स को भी फायदा देना चाहता है, ताकि वे अधिक से अधिक लड़कियों तक पहुंच सकें। इस योजना से संबंधित अधिकारी जिला डिप्टी सिविल सर्जन डॉक्टर अनूप ने बताया कि सभी आरसीएच और पीसीएच सेंटर के एसएमओ, एलएचवी और एमओ को टे्रेनिंग दे दी गई है। उन्होंने बताया कि 15 अक्टूबर तक एएनएम और आशा को ट्रेनिंग देने का काम भी पूरा हो जाएगा। फिलहाल सैनिटरी नैपकिन बनाने का काम किसे दिया जाए, इस पर बात अटकी हुई है। यह फैसला हो जाने के बाद योजना को शुरू कर दिया जाएगा(नवभारत टाइम्स,फरीदाबाद,9.10.2010)।

3 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत अच्छी प्रस्तुति। राजभाषा हिन्दी के प्रचार-प्रसार में आपका योगदान सराहनीय है!
    या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता।
    नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।
    नवरात्र के पावन अवसर पर आपको और आपके परिवार के सभी सदस्यों को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई!

    मरद उपजाए धान ! तो औरत बड़ी लच्छनमान !!, राजभाषा हिन्दी पर कहानी ऐसे बनी

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  2. बहुत अच्छी जानकारी। धन्यवाद।

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  3. शुक्रिया इस जानकारी के लिए.
    मैं फरीदाबाद से हूँ. अगर कोई मेरे लायक सेवा हो तो अवश्य बताएं.

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