रविवार, 3 अक्तूबर 2010

अच्छे आहार के दोस्त चार

फाइबर डाइटरी यानी आहार-संबंधी फाइबर, स्वस्थ डाइट का सबसे जरूरी खाद्य पदार्थ है। उच्च फाइबर युक्त खाना न सिर्फ हमारे शरीर के वजन को संतुलित करने और बीमारियों से लगने की क्षमता देता है। हमारे शरीर को एक दिन में 40 ग्राम फाइबर की जरूरत होती है। सबसे ज्यादा फाइबर फलों, सब्जियों, गेंहू, चावल और बीन्स में होता है।

फाइबर के फायदे - कोलेस्ट्रॉल लेवल कम करना - दिल को स्वस्थ रखना - कोलोन (मलाशय) के कैंसर से बचाव - आंत्र संबंधी बीमारियों को खत्म करना

एंटी-ऑक्सीडेन्ट एंटी-ऑक्सीडेंट यानी ऑक्सीजन युक्त खाद्य पदार्थ हमारे शरीर को प्रदूषित धुएं से होने वाली बीमारियों से बचाते हैं। एंटी-ऑक्सीडेन्ट युक्त खाने में मौजूद कैमिकल, कोशिकाओं (सैल्स) को मजबूत बनाते हैं। स्मोकिंग करने वालों को सिगरेट के धुएं से होने वाले क्रॉनिक इन्फेक्शन से बचने के लिए भरपूर मात्र में एंटी-ऑक्साइड युक्त भोजन करना चाहिए। स्त्रोत : एंटी-ऑक्साइड सबसे ज्यादा फलों, सब्जियों, चाय, वाइन, लो-फैट डेयरी पदार्थो और विटामिन ए, सी, ई में पाया जाता है। विटामिन ए : सेब, केला, आम, अमरूद, दही, बटर, अंडा, हरी पत्तेदार सब्जियां। विटामिन सी : संतरे, आलू, नींबू, मौसमी, कच्च आम, इमली। विटामिन ई : सोयाबीन तेल, मछली के दिल का तेल, सूरजमुखी का तेल।

एंटी-ऑक्साइड के फायदे - कैंसर के खतरे को कम करना। - दिल के दौरे से बचाव - चेहरे की समस्याओं जैसे मुहासों और झुर्रियों को कम करना - स्किन कैंसर को रोकना। - इम्यून सिस्टम बेहतर करना। -सूरज की हानिकारक किरणों से आखों का बचाव। फैट फैट यानी चर्बी बढ़ाने वाला हाई-कैलोरी खाना भी स्वास्थवर्धक होता है। शरीर को काम करने के लिए कैलोरीज की जरूरत होती है जो हमें फैट युक्त खाने से मिलती है। सही मात्रा में कैलोरीज लेने से शरीर को एनर्जी मिलती है। वसा युक्त भोजन वजन के सही संतुलन को बनाए रखने के लिए जरूरी है। फैट की मात्रा हर उम्र, लम्बाई, भार वाले व्यक्ति के लिए अलग-अलग होती है। स्वस्थ व्यक्ति को एक दिन में 20 से 40 ग्राम फैट की जरूरत होती है। मोटापे का शिकार लोगों को अधिक अधिक तले-भुने और वसायुक्त खाने से बचना चाहिए। ऐसे में कम फैट वाला पौष्टिक भोजन करना फायदेमंद रहता है। स्त्रोत : मक्खन, घी, दूध, मछली, मीट, हर प्रकार का तेल, वनस्पति घी, ड्राई फ्रूट आदि।

फैट के फायदे - शरीर को रोगों से लड़ने की शक्ति देना। - शारीरिक गतिविधियों के लिए बल देता है। - हड्डियां मजबूत करता है। - नर्म कोशिकाओं को इन्फे क्शन से बचाता है। - शारीरिक कमजोरी दूर करता है।

विटामिन शरीर के सही विकास के लिए भरपूर मात्र में विटामिन लेना बहुत जरूरी है। विटामिन 13 तरह के होते हैं, उनमें से हमारे शरीर के लिए सबसे ज्यादा जरूरी विटामिन होते हैं- ए, बी, सी, डी, ई, और के।

विटामिन के फायदे विटामिन ए : शरीर को स्वस्थ रखने, पाचन क्रिया को दुरुस्त करने, त्वचा रोगों से बचाव, खून की कमी को दूर करने के लिए विटामिन ए की सही मात्रा लेना जरूरी है। सेब, अनार और हरी सब्जियों में विटामिन ए पर्याप्त मात्र होता है। विटामिन बी : बैक्टीरिया से होने वाले रोगों से बचाव, बालों को मजबूती देना, दांतों और मसूड़ों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए विटामिन-बी लेना जरूरी है। दूध से बनी वस्तुओं, अंडे, बादाम, मछली में विटामिन-बी होता है। विटामिन सी और ई: स्मोकिंग से होने वाली बीमारियों, प्रदूषण और गंदगी से होने वाले रोगों से बचने, बढ़ती उम्र के प्रभावों को रोकने के लिए ये दोनों विटामिन लेने चाहिए। नींबू, संतरा, टमाटर, इमली और दूसरे खट्टे पदार्थो में विटामिन सी, ई होते हैं। विटामिन के: विटामिन के लेने से आंखों के पास काले घेरे, चक्कर आने, रतौंधी जैसी समस्याओं से बचा जा सकता है। गाजर, पालक, हरी पत्तेदार सब्जियों में विटामिन के भरपूर मात्रा में होता है।

सोडियम सोडियम हमारे शरीर में तरल पदार्थो के संतुलन को बनाएं रखने का काम करता है। खाने में सोडियम का एकमात्र स्त्रोत नमक है, इसलिए शरीर में नमक की सही मात्रा को बनाए रखना जरूरी है। नर्वस सिस्टम के सही संचालन और मासपेशियों के सही विकास के लिए सोडियम जरूरी है। सामान्य भारतीय भोजन में मौजूद नमक में 10 से 15 प्रतिशत सोडियम होता है। खाने में इससे ज्यादा नमक की मात्रा लेने से हाई ब्लड प्रेशर और घेंघा जैसी बीमारियां हो सकती हैं। गर्मियों और उमस भरे मौसम में शरीर को 5 से 6 ग्राम नमक की जरूरत होती है, जबकि सामान्य मौसम में एक दिन में 10 ग्राम नमक लेना जरूरी है।

(हिंदुस्तान,दिल्ली,28.9.2010)

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