गुरुवार, 8 जुलाई 2010

बरसात में सेहत

मॉनसून वैसे तो बहुत सुहावना होता है मगर अपनी सेहत के लिए हमें इस मौसम में जरा संभल कर रहना चाहिए। मॉनसून के दौरान बैक्टीरिया से होने वाली बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, जो हमारी सेहत को खासा नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए मॉनसून में अपना खास ख्याल रखें। - तला-भुना व मसालेदार खाने से परहेज करें, हल्का व कम मसालेदार खाना खाए। - इस मौसम में बुखार आना एक आम समस्या है, मगर इसे हल्के में ना ले दो दिन से ज्यादा बुखार हो तो तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करें। - यदि आप मांसाहारी हैं तो चिकन, मटन की जगह सूप व कम तले भोजन का प्रयोग क रें। - केवल उबला हुआ व फिल्टर्ड पानी पिएं। - इस मौसम में बाजार के कटे हुए फल न खाएं और बासी जूस भी न पिएं। - मानसून में बालों की समस्या जैसे खुजली, डैन्ड्रफ और बालों का झड़ना आम समस्या है। इसलिए बालों को रोज धोएं, माइल्ड शैंपू व कंडीशनर का प्रयोग करें। - विटामिन युक्त चीजें खाएं, अधिक वसायुक्त भोजन से परहेज करें। - डिहाइड्रेशन और हिपेटाइटिस-ए जैसी बीमारियों से बचने के लिए खाते समय सफाई का खास ध्यान रखें। - गर्म खाद्य पदार्थो का ही सेवन करें, इस मौसम में चाय में मिंट या अदरक पावडर डालें - ढीले व कॉटन के कपड़े पहनें और चुस्त कपड़ों से बचें। - मानसून में मूंग की दाल का सेवन हमारी पाचन क्षमता को दुरुस्त करता है। - तोरी, परवल, सुरान, ग्वार की फली, टिंडा व करेला स्वास्थवर्धक होते हैं। - बारिश में आम, केला, सेब, लीची, चेरी, जैसे मौसमी फलों का सेवन लाभकारी है। - मानसून में मलेरिया, जॉनडिस जैसी बीमारियो से बचने के लिए सफाई पर खास ध्यान दे। उबलें पानी और साफ सब्जियों का प्रयोग करें। - ताजा बना खाना खाएं, फ्रिज में रखा खाना भी दोबारा गर्म कर के खाना फायदेमंद रहेगा। - मॉनसून का गहरा असर हमारे चेहरे पर पड़ता है। इसलिए इसकी खास देखभाल जरूरी होती है। चेहरा धोते रहें ताकि वह मुहांसे और दाद आदि से बच सके(हिंदुस्तान,दिल्ली,6.7.2010)।

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