उत्तर भारत का पहला डैंटल इम्प्लांट सेंटर पंजाब में मोहाली के सिविल अस्पताल फेज-6 में खुल गया है। कल इसका उद्घाटन मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने किया। इस सेंटर में बाजार कीमत से 50 फीसदी कम रेट पर और मैटल के बने दांत सक्रू के जरिए लगाए जाएंगे, जो आम दांतों से पांच गुणा अधिक ताकतवर होंगे। अनुमान है कि इस सेंटर से पंजाब में आप्रवासी भारतीय भी लाभान्वित होंगे। विदेशों में दांत इम्प्लांट करवाने पर चार से पांच हजार डॉलर (डेढ़ लाख रुपए) का खर्च आता है। भारत में भी प्राइवेट अस्पतालों में एक दांत इम्प्लांट करवाने पर 35 से 40 हजार रुपए का खर्च आता है लेकिन यही काम अब इस केंद्र पर महज 14 से 16 हजार रुपए में करवाया जा सकेगा। इससे डैंटल टूरिज्म बढने की संभावना भी व्यक्त की गई है। दांत लगाने की नई तकनीक के तहत, किसी व्यक्ति का दांत टूटने पर उस खाली जगह में ड्रिल मशीन से सुराख किया जाता है, जिसमें स्क्रूयुक्त टाइटेनियम मैटल का एक फोर्ट इम्प्लांट किया जाता है। इसके फिट किए जाने के कुछ दिनों बाद उस पर दांत लगा दिया जाता है। ये दांत सामान्य से पांच गुना तक मज़बूत होता है और आसपास के दांतों को भी सहारा देता है।
अभी तक तो गुजरात इसमें नाम कमा रहा है.
जवाब देंहटाएंअच्छी जानकारी दी आपने राधारमण जी ।
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