सेरेब्रल पाल्सी एक गंभीर समस्या है जो गर्भावस्था के दौरान माता को संक्रमण,गर्भ के दौरान बच्चे में अस्वाभाविक आनुवांशिक विकास अथवा जन्म के समय सांस लेने में दिक्कत या पीलिया से ग्रस्त होने के कारण होने वाला रोग है। भारत में लगभग 25 लाख बच्चे इससे पीड़ित बताए जाते हैं। स्पास्टिक सेरेब्रल पाल्सी सबसे आम है। लगभग ७० से ८० प्रतिशत मामलों में यही होती है। फिलहाल इसका कोई इलाज नहीं है । प्रभावित अंग की नियमित मालिश की अनिवार्यता बनी रहती है और फिर भी पूरा सुधार नहीं होता। इससे प्रभावित बच्चा शारीरिक और मानसिक रूप से मंदबुद्धि रह जाता है। इलाहाबाद के डॉ. जितेन्द्र कुमार जैन एवं उनकी टीम ने ओएसएससीएस नामक एक थेरैपी का इस्तेमाल पहली बार पूर्वोत्तर भारत के एक बच्चे पर करते हुए कहा था कि इससे बच्चे न सिर्फ अपने पैरों पर खड़े हो पायेंगे, बल्कि दौड़ भी पायेंगे। अब खबर आ रही है कि बिहार के दरभंगा के सूचना प्रौद्योगिकी के एक प्रोफेसर ने इसका स्थायी इलाज ढूंढ लिया है। हिंदुस्तान,पटना की रिपोर्टः
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