गुरुवार, 4 मार्च 2010

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से विकलांगता प्रमाणपत्र जारी करने की तैयारी

केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री मुकुल वासनिक ने स्वीकार किया है कि विकलांगों के लिए विकलांगता प्रमाण पत्र हासिल करना आज भी टेढ़ी खीर है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है अभी तक केवल ३१ फीसदी विकलांगों को ही प्रमाण पत्र हासिल हो सका है। राज्यों को दिशा निर्देश जारी कर कहा गया है कि वह प्राथमिक चिकित्सा केंद्र को भी प्रमाण पत्र जारी करने की योजना बनाएं ताकि इसका फायदा हर विकलांग को मिल सके। मुकुल वासनिक ने ये बात अमर ज्योति चैरिटेबल ट्रस्ट व रिहेब्लिटेशन इंटरनेशनल द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय बैठक मे कही। इस संबंध मे आज नई दुनिया के दिल्ली संस्करण मे एक खबर छपी है।
मुकुल वासनिक के अनुसार अभी विकलांगों को प्रमाण पत्र लेने के लिए जिला अस्पताल जाना पड़ता है। वहां उन्हें मल्टी बोर्ड के समक्ष अपनी विकलांगता साबित करनी होती है। विकलांग होने की वजह से वह जिला स्तरीय अस्पताल नहीं पहुंच पाता और पहुंच भी जाता है तो मल्टी बोर्ड के सामने खुद को असहज पाता है। मंत्रालय ने राज्यों से कहा है कि मल्टी डिसेबलिटी में ही मल्टी बोर्ड को प्रमाण पत्र जारी करने का मामला बनता है। सिंगल डिसेबलिटी में प्राथमिक चिकित्सा केंद्र प्रमाण पत्र जारी कर सकता है।
उनके अनुसार विकलांगता को लेकर मंत्रालय का विजन बदला है। पहले हम विकलांगों के कल्याण की बात करते थे, लेकिन अब विकलांगों को सशक्त करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। वर्ष २००१ की जनगणना के अनुसार, कुलजनसंख्या के2.13 फीसदी लोग विकलांग हैं।,हालांकि अन्य सर्वेक्षण अलग-अलग आंकड़े दर्शाते हैं। विकलांगता के अध्ययन के लिए एक स्तरीय सर्वेक्षण की जरूरत है। सर्व शिक्षा अभियान में शामिल ६० फीसदी स्कूल फिजिकल बैरियर-फ्री हो चुके हैं। उनके अनुसार ,वर्तमान में रोजगार में विकलांगों को तीन फीसदी आरक्षण मिलता है, लेकिन यह कोटा भी नहीं भरता है। सरकार ने नवंबर २००९ से विशेष भर्ती अभियान चलाया है। यह लक्ष्य 15 जुलाई 2010 तक हासिल कर लिए जाने कालक्ष्यनिर्धारित किया गया है।
इस सम्मेलन में २५ देशों के १५० विशेषज्ञ हिस्सा ले रहे हैं। ये विशेषज्ञ अपने अनुभव व कार्य के आधार पर विकलांगों की शिक्षा, रोजगार व स्वास्थ्य की दिशा में रणनीति तैयार करेंगे ताकि उन्हें मुख्यधारा में शामिल किया जा सके। लोदी स्टेट स्थित विश्व बैंक के सनकेन गार्डन में आयोजित इस कार्यक्रम में विश्व बैंक, यूनिसेफ, रिहेब्लिेटेशन इंटरनेशनल के प्रतिनिधियों ने भी शिरकत की है।

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