अपने शरीर को वांछित आकार देने की ख्वाहिश में लोग तमाम जतन कर रहे हैं। जिमनेजियम का चलन भी हाल के सालों में काफी बढ़ा है। हालांकि नियमित व्यायाम के बाद भी अपेक्षित परिमाण न मिलने की शिकायत आम है। कई बार कुछ परेशानियां भी हो जाती हैं इसलिए व्यायाम करते हुए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
सावधानी से बहाएं पसीना
हाल में एक युवा अभिनेता अबीर गोस्वामी, जो प्यार का दर्द एवं क्राइम पैट्रोल जैसे लोकप्रिय सीरियल्स में काम करते थे, की व्यायाम करते हुए मौत हो गई। २०१२ में किसी स्वास्थ्यगत समस्या के कारण वे सर्जरी से भी गुजरे थे। चिकित्सकीय परामर्श के बिना कठोर शारीरिक श्रम उनकी मृत्यु का कारण बना। इस तरह के कई मामले हैं, जहां व्यायाम के दौरान निर्देशों का पालन न करना भारी पड़ा है। जिम में कसरत करते हुए चुनिंदा बातों पर अमल जरूरी है, साथ ही अगर आपको कोई स्वास्थ्यगत समस्या है तो चिकित्सक का परामर्श लेने के बाद ही व्यायाम करें। हेल्थ और न्यूट्रिशन के जानकार और लेखक जेम्स ए. पीटरसन का कहना है कि लोग हेल्दी बॉडी वेट मेंटेन करने के लिए जिम जाते हैं और समझते हैं कि मशीन के सामने खड़े होते ही वे सब कुछ हासिल कर लेंगे।
पसीना बहाने से ही वजन कम नहीं होता। पसीना बहाने का मतलब है कि आपने पानी के वजन को कम किया है, यानी कोई लिक्विड लेने के साथ ही आप उतना ही वजन दोबारा हासिल कर लेते हैं। प्रायः लोगों को, जो लोग वजन घटाना चाहते हैं, पता ही नहीं होता कि व्यायाम की सही प्रणाली क्या है या मशीन का सही इस्तेमाल कैसे हो। हरेक की जरूरत के अनुसार एक अलग एक्सरसाइज प्लान भी होता है, जिसकी जानकारी जरूरी है।
भेंट-मुलाकात नहीं, करें व्यायाम
कई बार लोग जिम को मिलने-जुलने का अड्डा बना लेते हैं। ऐसा भी होता है कि दो मित्र एक ही वक्त पर जिम जाते हैं और बातें करते हुए वक्त बर्बाद करते हैं जो वस्तुतः व्यायाम के लिए तय था। बातों के दौरान वे कम एक्सरसाइज कर पाते हैं। वजन को लेकर गंभीर हों तो वर्क आउट पर फोकस करना जरूरी है।
प्रोग्राम बदलें
जिम में लगातार एक ही तरह की एक्सरसाइज से अपेक्षित परिणाम नहीं मिल, सकते। हो सकता है कि इससे शुरूआत में वज़न कम हो लेकिन अंततः बॉडी शेप में नहीं आएगी। उदाहरण के लिए,यदि आप एरोबिक एक्सरसाइज कर रहे हैं तो यह आपके मसल मास को मेंटेन करेगी और कैलोरी जलेगी। यदिआप स्ट्रेंथ ट्रेनिंग कर रहे हैं तो यह भी आपके मसल मास को तो मेंटेन करेगी लेकिन वेट कम नहीं होगा। इसलिए,यह ज़रूरी है कि आप मिक्स एक्सरसाइज प्रोग्राम का अनुसरण करें।
स्पॉट रिडक्शन ट्रेनिंग गलत
विशेषज्ञ कहते हैं कि खास स्पॉट जैसे पेट या भुजाएं बनाने की ही एक्सरसाइज से ओवरऑल रिजल्ट नहीं पाए जा सकते। यह बात ध्यान रखी जानी चाहिए कि शरीर जहां से वहां से,किसी भी हिस्से से फैट प्राप्त करता है,इसलिए आप कैलोरी के बहुत ही संतुलित ट्रेनिंग प्रोग्राम से जलाए जाने पर फोकस करें।
व्यायाम का सही तरीक़ा
जिम में व्यायाम करते हुए इस बात का ख्याल रखा जाना चाहिए कि आप किसी मशीन का कैसा इस्तेमाल कर रहे हैं या किसी एक्सरसाइज को कितने सही ढंग से कर रहे हैं। ग़लत तकनीक से एक्सरसाइज करने के कारण चोट,मोट और अन्य तक़लीफें हो सकती हैं। बेहतर होगा कि किसी प्रोफेशनल ट्रेनर के साथ व्यायाम की शुरूआत करें। किसी एक्सरसाइज प्रोग्राम का अनुसरण करने की जल्दबाज़ी न करें,अन्यथा थकान हो सकती है।
विशेषज्ञ की राय
जिम शुरू करने से पहले विशेषज्ञ से कंसल्ट करना जरूरी है ताकि मसल कंडीशन के अनुसार व्यायाम किया जा सके। खासकर ३५ पार कार्डियक कंडीशन की जांच जरूरी है ताकि शारीरिक मेहनत उसी के ध्यान में रखते हुए किया जा सके। व्यायाम के मकसद के अनुसार भी एक्सपर्ट तय करते हैं कि किस तरह के व्यायाम किए जाने चाहिए ताकि अधिकतम लाभ हो, जैसे वजन बढ़ाना, वजन कम करना या टोन करने के लिए। -डॉ वरुण व्यास, वरिष्ठ फिजियोथैरेपिस्ट, इंदौरसेहत में प्रकाशित समस्त आलेख उच्च शिक्षित, योग्य एवं अनुभवी चिकित्सकों द्वारा लिखे जाते हैं, परंतु पाठक इनके आधार पर स्वयं अपनी चिकित्सा प्रारंभ न करें। इस संबंध में पत्रिका स्वयं को सारे विधिक दायित्वों से मुक्त करती है(इंदौर के डॉ. वरूण व्यास का यह आलेख नई दुनिया के सेहत परिशिष्ट,जून द्वितीयांक में प्रकाशित है)।
आपकी यह रचना कल गुरुवार (04-07-2013) को ब्लॉग प्रसारण पर लिंक की गई है कृपया पधारें.
जवाब देंहटाएंसीना में ले हौसला, करो प्रतिज्ञा मित्र |
जवाब देंहटाएंप्राप्त करो एक्सपर्ट की, कुशल सलाह सचित्र |
कुशल सलाह सचित्र , पोज हों सही संतुलित |
खान-पान व्यवहार, बहुत कुछ इधर सम्मलित |
नहीं मारिये गप्प, स्वस्थ्य गर रहना जीना |
कसरत पर दो ध्यान, बहा मत मात्र पसीना ||
संग्रहणीय आलेख
जवाब देंहटाएंजरूर देखिए
उत्तराखंड त्रासदी पर विशेष मेरे ब्लाग "TV स्टेशन" पर
जलसमाधि दे दो ऐसे मुख्यमंत्री को
http://tvstationlive.blogspot.in/2013/07/blog-post_1.html
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंबहुत उम्दा उपयोगी जानकारी देती प्रस्तुति,,,
जवाब देंहटाएंबहुत दिनों बाद आपकी पोस्ट पढ़कर अच्छा लगा,,,
RECENT POST: जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें.
आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 04/07/2013 के चर्चा मंच पर है
जवाब देंहटाएंकृपया पधारें
धन्यवाद
उम्दा जानकारी दी है |
जवाब देंहटाएंआशा
अच्छी जानकारी दी है आपने ... स्वास्थ ठीक रहना जरूरी है हर हाल में ...
जवाब देंहटाएंबहुत ही अच्छी जानकारी दी है...
जवाब देंहटाएंआभार..
:-)
अच्छी जानकारी, सुन्दर,आभार.
जवाब देंहटाएंब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन क्रांतिकारी विचारक और संगठनकर्ता थे भगवती भाई - ब्लॉग बुलेटिन मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
जवाब देंहटाएंमेरी तो ये समझ में नहीं आता कि शरीर थकाने के लिये भी बनावटी उपाय! इससे अच्छा तो शरीर साधनेवाले ऐसेकाम करें दोहरा लाभ हो .
जवाब देंहटाएंसही सलाहें ....
जवाब देंहटाएंबहुत ही उचित उपयोगी परामर्श.आज देखा देखी लोगों में वजन कम करने या पुष्ट शरीर की इच्छा ने इन चीजो का अंधाधुन्द अनुसरण करना शुरू कर दिया है,जब कि इनके अंजाम से पूर्ण परिचित नहीं है.सब से अच्छा तो पैदल घूमना,है जो परिणाम के मामले में सदा अविवादित रहा है.
जवाब देंहटाएंएकदमस सही बात है...अपन का पसीना तो बहुत बहता है अब शायद गर्मी की वजह से या जाने क्यों.उतना ही पानी भी पी जाते हैं अपन तो...हां व्यायाम तो करना भूल चुके हैं...बस थोड़ा बहुत योगा याद आने पर कर लेते हैं...और कभी-कभी दो तीन किलोमीटर शाम के वक्त घुम लेते हैं।
जवाब देंहटाएंउचित निर्देशों के साथ अच्छी पोस्ट है
जवाब देंहटाएंआभार ...
उपयोगी रचना
जवाब देंहटाएंबहुत सही पोस्ट और सही सुझाव ।
जवाब देंहटाएंलाभकारी जानकारी के लिए आभार
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