वजन नियंत्रित रखना और हमेशा खुद को फिट रखने की कवायद करना एक बात है और वजन कम करने की लत पाल लेना अलग। अगर काफी कम वक्त में आपका वजन तेजी से कम हुआ है, तो संभव है कि यह एनोरेक्सिया के शुरुआती लक्षण हों। जानिए,क्या-क्या हैं एनोरेक्सिया के लक्षण और कैसे बचें इस बीमारी सेः
अगर आपका वजन अचानक बहुत ज्यादा कम हो गया है और दांत पीले नजर आने लगे हैं, तो सतर्क हो जाइए। ये लक्षण एनोरेक्सिया बीमारी के हैं। दरअसल एनोरेक्सियाएक ऐसी मानसिक अवस्था है, जिसमें व्यक्ति अपने वजन को लेकर जरूरत से ज्यादा संजीदा हो जाता है। ऐसे लोग वजन कम करने के लिए अत्यधिक डाइटिंग और व्यायाम का सहारा लेते हैं। उन्हें हर समय डर लगा रहता है कि भरपेट भोजन करने से वे मोटे हो जाएंगे। लिहाजा उनका खानपान अनियमित हो जाता है। जाहिर है अनियमित भोजन और कम खुराक सीधे उनकी सेहत को खराब करते हैं और शरीर अंदर-अंदर ही कमजोर होने लगता है।
एनोरेक्सिया के लक्षण
वजन का तेजी से घटना: कम खुराक की वजह से अचानक वजन बहुत ज्यादा कम होता है। चर्बी घटने का असर त्वचा पर साफ दिखाई देता है। कुछ लोगों में त्वचा का ढीलापन और स्ट्रेच मार्क नजर आने लगते है। विशेषज्ञ मानते हैं कि एनोरेक्सिया से पीड़ित लोग खुद को दुबला दिखाने की कोशिश में भूखे रहने लगते हैं और ऐसा करना सेहत के लिए उचित नहीं हैं।
संक्रमण या चोट का खतरा:
ऐसे लोगों में संक्रमण और चोट लगने का खतरा ज्यादा होता है। दरअसल कैलोरी से बचने की कोशिश में लोग भोजन से मिलने वाले पौष्टिक तत्वों से वंचित रह जाते हैं। अच्छी सेहत और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखने के लिए विटामिन व खनिज जरूरी हैं। मसलन जिंक में एंटी ऑक्सीडेंट होते हैं, जबकि विटामिन ए और सी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मददगार हैं। दूसरी तरफ कम खुराक की वजह से मांसपेशियां और हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। इसकी वजह से संक्रमण व चोट लगने का खतरा बढ़ता है।
पीले नाखून व पीला चेहरा:
अनियमित खुराक लेने वाले लोगों के नाखून व चेहरे पर पीलापन नजर आने लगता है। आंखों के चारों ओर कालापन दिखने लगता है। ये सारे लक्षण एनीमिया के हैं। इसकी वजह है भोजन में पौष्टिक तत्वों की भारी कमी। ऐसे लोग हर समय अत्यधिक थकावट महसूस करते हैं।
बाल झड़ना:
पौष्टिक तत्वों की कमी की वजह से तेजी से बाल झड़ने लगते हैं। वैसे बाल गिरने की मुख्य वजह है शरीर में फोलिक एसिड और विटामिन बी12 की कमी। जाहिर है कम खुराक की वजह से शरीर में इन तत्वों की कमी हो जाती है। बाल झड़ने लगते हैं। बाल झड़ने से व्यक्ति के आत्मविश्वास में कमी और निराशा का भाव पनपने लगता है।
सिरदर्द या माइग्रेन:
एनोरेक्सिया से परेशान लोगों में सिरदर्द का दौरा-सा पड़ता है। विशेषज्ञों की मानें तो शरीर में कैल्शियम की कमी की वजह से सरदर्द या माइग्रेन का खतरा बढ़ता है। कम खुराक लेने वालों लोगों के दिमाग को पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिल पाती है, जो सरदर्द की वजह बनती है।
अपर्याप्त नींद:
अगर बहुत ज्यादा या बहुत कम नींद आए तो मान लीजिए कि कुछ गड़बड़ जरूर है। अनियमित भोजन व्यक्ति को एक तरह से कुपोषण का शिकार बनाता है। कम खुराक का नतीजा है न्यूरो-बायोलॉजिकल सिस्टम में हारमोन संबंधी असंतुलन होना। यह असंतुलन नींद को प्रभावित करता है। इसकी वजह से व्यक्ति या तो बहुत ज्यादा सोता या बहुत कम। अनियमित नींद कई तरह की बीमारियों को जन्म देती है।
आखिर क्यों लगता है खाने से डर:
एनोरेक्सिया से पीड़ित लोगों के मन में मोटापे के लेकर फोबिया पैदा हो जाता है। उन्हें वजन बढ़ने की इतनी ज्यादा चिंता रहती है कि वे दोस्तों के सामने खाने से डरने लगते हैं। अगर वे दुबले हों तो भी उन्हें लगता है कि वे मोटे हैं। इसलिए वे खाने के नाम पर टालमटोल करने लगते हैं। कुछ लोगों में तो व्यायाम को लेकर जुनून-सा पैदा हो जाता है। उनके दिमाग में हर समय यही चलता रहता है कि कैसे वजन कम किया जाए।
देर ना करें
अगर आपको खुद में या फिर अपने किसी करीबी में ऐसे लक्षण नजर आएं तो देर ना करें। तुरंत सतर्क हो जाएं। मोटापे को लेकर पनप रहे फोबिया से बचने का आसान उपाय है, उचित सलाह। अगर आप खुद इस तरह की समस्या से पीड़ित हैं तो आपको खुद को समझाना होगा कि पर्याप्त खुराक सेहत के लिए बहुत जरूरी है। सेहत से जरूरी और कुछ नहीं है। अगर शरीर स्वस्थ होगा तभी आप खूबसूरत और स्मार्ट दिखेंगी। लिहाजा दुबले दिखने के लिए भोजन से परहेज करना बेमानी है। अगर आपके किसी करीबी में एनोरिसिक होने के लक्षण नजर आ रहे हैं तो उसे प्यार से समझाएं। मोटापे की चिंता से बाहर निकालने के लिए आप उन्हें कुपोषण से होने वाले नुकसान के बारे में बताएं। हो सके तो उन्हें अपने साथ खाने के लिए प्रेरित करें और खुश रहने में मदद करें(मीना त्रिवेदी,हिंदुस्तान,दिल्ली,26.1.12)।
Sachet Karati Jankari
जवाब देंहटाएंसाइज़ ज़ीरो का चक्कर होता है ये ।
जवाब देंहटाएंऔर फिल्मों से आता है ये असर ।
साइज जीरो का ही चक्कर है.
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