शुक्रवार, 10 जून 2011

ऑस्टिओ नेक्रोसिस से भी हो सकता है जोड़ों का दर्द

जोड़ों में "ऑस्टिओ नेक्रोसिस" नामक बीमारी का होना दर्द एवं लंगड़ाहट का एक आम कारण है। यदि इसका समय रहते निदान न हो तो यह जोड़ को नष्ट कर देती है और फिर जोड़ प्रतिस्थापन सर्जरी ही एकमात्र विकल्प बच जाता है।

क्या होता है?
"ऑस्टिओ" का अर्थ है हड्डी और नेक्रोसिस का मतलब है "सड़ना"। ऑस्टिओ नेक्रोसिस वह स्थिति है जिसमें जोड़ के पास की हड्डी किसी कारणवश खराब होने लगती है। इसका प्रमुख कारण रक्त के प्रवाह में कमी आना होता है। इसी वजह से पहले इस बीमारी को ए.वी.एन. (एवैस्कुलर नेक्रोसिस) कहा जाता था।

किसे होता है?
वैसे तो ऑस्टिओ नेक्रोसिस किसी को भी हो सकता है लेकिन आम तौर पर ३०-५० वर्ष के लोगों में यह ज़्यादा देखा जाता है। मुख्यतः शराब का नियमित सेवन करने वालों में और लंबे समय तक स्टेरॉइड की दवाइयाँ लेने वालों में देखा जाता है। कुछ लोगों में तो बिना किसी कारण के भी यह बीमारी हो जाती है अतः ऑस्टिओ नेक्रोसिस का बचाव पूर्णतः संभव नहीं है।

प्राथमिक लक्षण और निदान
"ऑस्टिओ नेक्रोसिस" आमतौर पर कूल्हे के जोड़ में देखा जाता है। हालाँकि यह घुटने, कंधे, ए़ड़ी आदि सभी जोड़ों में हो सकती है। यह बीमारी मूल रूप से हड्डी को नष्ट करने लगती है और मरी़ज़ में कोई शुरुआती लक्षण दिखाई नहीं देते हैं। धीरे-धीरे, चलने में दर्द एवं लंगड़ाहट का आभास होने लगता है। बीमारी के शुरुआती दौर में होने पर एक्स रे में कोई बदलाव दिखाई नहीं पड़ता। एमआरआई स्कैन द्वारा ही इसका निदान किया जा सकता है। कई बार दूसरी तरफ के जोड़ में भी यह बीमारी एमआरआई में काम आ सकती है।

उपचार कैसे किया जाता है
उपचार का पहला कदम है-रोगी का शराब का सेवन बंद करना। दर्द निवारक औषधियां,कसरत और वज़न डालने से परहेज़ करना होता है। फिर अधिकतर मरीज़ों में बीमारी की स्टेज के अनुसार ऑपरेशन किया जाता है। यदि हड्डी के खराब होने की शुरूआत हो चुकी हो,तो हड्डी के प्रभावित हिस्से में छोटे-छोटे छेद करके ताज़ा खून अंदर पहुंचाने का रास्ता बनाया जाता है। कई बार उसमें हड्डी का मसाला/पानी भी डाला जाता है। ऑपरेशन के बाद,60-90 प्रतिशत मरीज़ों के ठीक होने की संभावना होती है। शेष में जोड़ प्रतिस्थापन सर्जरी द्वारा नया जोड़ लगाकर इसका उपचार अच्छी तरह किया जा सकता है(डॉ. अनुज अग्रवाल,सेहत,नई दुनिया,जून 2011 प्रथमांक)।

5 टिप्‍पणियां:

  1. ऑस्टोपोरोसिस के बारे में तो जानते थे अब इसके बारे में भी पता चल गया । आपका शुक्रिया राधारमण जी

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  2. नई जानकारी मिली...... धन्यवाद्

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  3. अच्छी ब्जान्कारी दी है |आभार
    आशा

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  4. bahut acchi janakari di hai aapne ......aapka bahut bahut aabhar.........

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