सर्दियां खत्म होते ही तापमान बढऩे लगता है। फिर गर्मी को सहना सभी के लिए काफी मुश्किल हो जाता है । लेकिन अब इसका उपाय है योग मुद्रा के द्वारा हम हमारे शरीर का तापमान वातावरण के अनुसार रखकर इस चिलचिलाती गर्मी के असर को कम कर सकते हैं। रोज सुबह-सुबह 10-15 मिनिट निम्न मुद्रा को करें, दिनभर शरीर में ठंडक बनी रहेगी। इस मुद्रा को काकी मुद्रा कहते हैं।
मुद्रा करने की विधि-
किसी शांत और शुद्ध वातावरण वाले स्थान पर कंबल या आसन बिछाकर पद्मासन में बैठ जाएं। फिर होठों को पतली सी नली के रूप में मोड़कर कौए की चोंच जैसा आकार बना लें। इसके बाद अपना पूरा ध्यान नाक के आगे के भाग पर लगाएं। अब मुंह से धीरे-धीरे गहरी सांस लेकर होठों को बंद कर लें और सांस को नाक से बाहर छोड़े। इस क्रिया को कम से कम 10 मिनिट तक करें।
इस क्रिया के लाभ-
काकी मुद्रा करने से श्वास संबंधी कई बीमारियां दूर होती हैं और हम इन बीमारियों से हमेशा बचे रहते हैं। इससे होठों की सुंदरता बढ़ती है। इसमें मुंह से अंदर जाने वाली हवा का संपर्क मुंह की दीवारों से होता है। इस मुद्रा को करने से शरीर से बहुत से रोग दूर हो जातें है। इस मुद्रा के निरंतर अभ्यास से अम्लपित्त का बढऩा कम हो जाता है। इससे हमारा पाचन तंत्र सुचारू रूप से कार्य करता है और कई पेट संबंधी बीमारियां नहीं होती हैं(दैनिक भास्कर,उज्जैन,14.3.11)।
आभार जानकारी का.
जवाब देंहटाएंजीवनोपयोगी जानकारी के लिए आभार ..
जवाब देंहटाएंअब मुंह से धीरे-धीरे गहरी सांस लेकर होठों को बंद कर लें और सांस को नाक से बाहर छोड़े---
जवाब देंहटाएंलेकिन इससे तो हवा का फिल्ट्रेशन ही नहीं होगा ।
कहीं उल्टा तो नहीं करना ?
काकी मुद्रा से हुआ काकी का सर सर्द.
जवाब देंहटाएंकाका की मुद्रा बची दूर हुआ सर दर्द.
bahut achhi jankari dhanyawaad
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