मंगलवार, 2 नवंबर 2010

छोटे अस्पतालों का 45 हजार करोड़ का बजट दुगुना करेगी सरकार

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि यूपीए सरकार जिला और छोटे अस्पतालों पर 45,000 करोड़ रुपये खर्च कर चुकी है। इस राशि को अगले पांच वर्षों में दोगुना करने का सरकार इरादा है। कल मुंबई में मीरा रोड पर 330 बिस्तरों वाले उमराव अस्पताल का उद्घाटन करने के बाद आजाद ने कहा कि विकास और बढ़ती जनसंख्या में प्रतिस्पर्धा हो रही है। चूंकि समस्या जस की तस है इसलिए योजना का कोई अर्थ नहीं है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पार्टी महामंत्री दिग्विजय सिंह समारोह के मुख्य अतिथि थे। केंदीय मंत्री ने कहा कि देश की तेजी से बढ़ती जनसंख्या विकास की योजना को निरर्थक साबित कर रही है। वर्तमान में स्वास्थ्य सुविधाएं पर्याप्त नहीं है। हर वर्ष 20 लाख नवजात बच्चे और 70,000 गर्भवती महिलाओं की मौत हो रही हैं। हर साल करीब 2.70 करोड़ बच्चे जन्म ले रहे हैं। आजाद ने कहा कि स्वास्थ्य राज्य का विषय है और राज्य सरकार के पास बढ़ती जनसंख्या की जरूरतों को पूरा करने हेतु बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाएं स्थापित करने के लिए मशीनरी नहीं है। आजाद ने स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में निजी क्षेत्र की सक्रिय भागीदारी पर जोर दिया। उन्होंने वादा किया कि वे जिला, उपजिला अस्पतालों, प्राइमरी और प्री- प्राइमरी हेल्थ केयर सेंटर्स के आधुनिकीकरण और क्षमता विस्तार के लिए बजट आवंटन में बढ़ोतरी करेंगे ताकि अस्पताल और हेल्थ केयर सेंटर्स अगले 25 से 30 वर्षों में जनसंख्या की जरूरतों को पूरा कर सके(नवभारत टाइम्स,मुंबई,2.11.2010)।

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