वृद्घों को गठिया, जोड़ों का दर्द, फै्रक्चर, सिर दर्द ऑर्थो, दिमागी जैसी बीमारियों से जल्द राहत मिलेगी। इन रोगों से वृद्घों को मुक्त रखने के लिए हेल्पर्स संस्था आगे आई है। इसके लिए शिमला के नेरचौक कस्बे के भंगरोटू में संस्था फिजियो केयर सेंटर खोला जा रहा है। बुजुर्गो को रोग मुक्त जीवन देने के लिए इस केयर सेंटर को बल्ह वैली कल्याण आश्रम चलाने वाले संस्था के सहयोग से वृद्घ आश्रम में ही खोला गया है।
सेंटर में आश्रम में रहने वाले वृद्घों के साथ-साथ अन्य बाहरी लोगों को भी सुविधा उपलब्ध होगी। फिजियो केयर सेंटर की कुल लागत करीब तीन लाख रुपए है। सेंटर में अत्याधुनिक मशीनें लगाई है जिनकी मदद से वृद्घ आश्रम के वृद्घों के साथ बाहरी बुजुर्गो का भी उपचार किया जाएगा। फिजियोथेरेपी पद्धति से वृद्घों को निरोग रखने के लिए बकायदा एक्सपर्ट डॉक्टर की तैनाती की गई हैं। सेंटर में एक समय में छह लोगों का उपचार संभव है(दैनिक भास्कर,नेरचौक,22.7.2010)।
5-10 दिन में रिजल्ट
सेंटर में आने वाले लोगों को इन विभिन्न बीमारियों से भरने के रिजल्ट 5-10 दिन के बीच मिलेंगे और एक माह से दो माह तक लगातार केयर सेंटर पहुंचने वाले लोग पूरी तरह से रोगमुक्त हो जाएंगे। वृद्घ आश्रम में रहने वाले वृद्घों को केयर सेंटर में नि:शुल्क उपचार की सुविधा उपलब्ध रहेगी। वही बाहरी लोगों को प्रतिमाह 200 रुपए मात्र इस सुविधा के लिए चुकाने होंगे। इससे पहले फिजियो केयर सेंटर शिमला व सुंदरनगर में भी खोले जा चुके हैं।
वृद्घों को रोगमुक्त रखने के लिए संस्था द्वारा इस केयर सेंटर को खोला जा रहा है जिसमें बल्ह वैली कल्याण आश्रम चलाने वाली संस्था सहयोग कर रही है।
कमलेश कुमार, फिजियोथेरेपिस्ट, हेल्पर्स इंडिया शिमला।
फिजियो केयर सेंटर में पहुंच कर वृद्घ 5 से 10 दिन में बेहतर परिणाम पा सकते हैं और विभिन्न ऑर्थो संबंधित बीमारियों से रोग मुक्तहो सकते हैं।
डा. सूर्यनेगी, बेचुलर ऑफ ऑकुपेशनल, फिजियो केयरथेरेपी सेंटर भंगरोटू।
खुशी की बात है। लेकिन क्या इससे जनसंख्या वृद्धि नहीं होगी?
जवाब देंहटाएं--------
सबसे खूबसूरत आँखें।
व्यायाम द्वारा बढ़ाएँ शारीरिक क्षमता।
बुजुर्गों के लिए अच्छा प्रयास है ।
जवाब देंहटाएंमैं हूँ AMANDA KARIPETRA संयुक्त राज्य अमेरिका में रहते हैं, मैं दाद से पीड़ित हो की है,
जवाब देंहटाएंकई वर्षों से, 7year की अवधि, इलाज के बिना। एक वफादार दिन मैंने देखा एक
इंटरनेट पर लेख एक महिला चिकित्सक ise और यह कैसे के बारे में बात कर रहे थे
चिकित्सक ने उसे एचआईवी के स्थायी रूप से ठीक हो।
मैं उसे अपने ईमेल के माध्यम से संपर्क: ISESPIRITUALSPELLTEMPLE@GMAIL.COM और उसे मेरी बीमारी के बारे में बताया। इस भट्ठी आदमी मेरे दाद संक्रमण रोग ठीक हो। उन्होंने कहा कि मुझे हर्बल दवा है कि मुझे पूरी तरह से चंगा भेजा है। आज मैं `रहने वाले
खुशी और दाद से मुक्त। मैं अपने दिमाग पर निष्कर्ष निकालना था कि वहां कोई है
इलाज, वह मालिक है और आईएसई हर्ब अनुसंधान केन्द्र के संस्थापक है [IHRC]
डॉ .ISE एचआईवी, Zika, एचपीवी, अस्थमा, मधुमेह, उपदंश, कम शुक्राणु के लिए इलाज
गिनती, कैंसर, पागलपन, हेपेटाइटिस, बैक्टीरिया और परजीवी के संक्रमण और
अन्य संबंधित वायरल संक्रमण। उन्होंने अभ्यास में 15 साल के खर्च के लिए किया था
अध्यात्मवाद, सलाहकार, जड़ी बूटियों और आध्यात्मिक साधन का उपयोग कर इलाज करने के लिए
पूरी दुनिया में बीमारी। मुख्य कारण है कि मैं इस गवाही लिख रहा ह
मैं हूँ AMANDA KARIPETRA संयुक्त राज्य अमेरिका में रहते हैं, मैं दाद से पीड़ित हो की है,
जवाब देंहटाएंकई वर्षों से, 7year की अवधि, इलाज के बिना। एक वफादार दिन मैंने देखा एक
इंटरनेट पर लेख एक महिला चिकित्सक ise और यह कैसे के बारे में बात कर रहे थे
चिकित्सक ने उसे एचआईवी के स्थायी रूप से ठीक हो।
मैं उसे अपने ईमेल के माध्यम से संपर्क: ISESPIRITUALSPELLTEMPLE@GMAIL.COM और उसे मेरी बीमारी के बारे में बताया। इस भट्ठी आदमी मेरे दाद संक्रमण रोग ठीक हो। उन्होंने कहा कि मुझे हर्बल दवा है कि मुझे पूरी तरह से चंगा भेजा है। आज मैं `रहने वाले
खुशी और दाद से मुक्त। मैं अपने दिमाग पर निष्कर्ष निकालना था कि वहां कोई है
इलाज, वह मालिक है और आईएसई हर्ब अनुसंधान केन्द्र के संस्थापक है [IHRC]
डॉ .ISE एचआईवी, Zika, एचपीवी, अस्थमा, मधुमेह, उपदंश, कम शुक्राणु के लिए इलाज
गिनती, कैंसर, पागलपन, हेपेटाइटिस, बैक्टीरिया और परजीवी के संक्रमण और
अन्य संबंधित वायरल संक्रमण। उन्होंने अभ्यास में 15 साल के खर्च के लिए किया था
अध्यात्मवाद, सलाहकार, जड़ी बूटियों और आध्यात्मिक साधन का उपयोग कर इलाज करने के लिए
पूरी दुनिया में बीमारी। मुख्य कारण है कि मैं इस गवाही लिख रहा ह