चीनी मधुमेह और कैंसर का कारण बन सकती है और कृत्रिम मिठास पैदा करने वाली चीजें तो कई बार चीनी से भी ज्यादा नुकसानदेह साबित होती हैं। गन्ने का जूस परिष्कृत चीनी का एक स्वास्थ्यकर विकल्प है। चीनी एक लम्बी प्रक्रिया से तैयार होती है जबकि इसका जूस मामूली प्रयास से तैयार हो जाता है। यही वजह है कि इसमें पौष्टिक तत्व लगभग मूल रूप में ही मौजूद रहते हैं। गन्ना जूस लोहे की बजाए लकड़ी वाली मशीन से बनी पी जाए,चाहते सब हैं। मगर जाने-अनजाने हम इसके प्रति उतने गंभीर नहीं रहते। गन्ना जूस स्टाल संचालक न तो मक्खियों की भिनभिनाहट को दूर करते हैं और ना ही सामग्री को ढककर रख रहे हैं। एक बाल्टी पानी में दिन भर झूठे गिलास साफ किए जाते हैं। चिलचिलाती गर्मी में ठंडक की यह चाहत कई रोगों को दावत देती है। पढिए आज के हिंदु्स्तान,पटना संस्करण में प्रकाशित यह रिपोर्ट जिसमें कहा गया है कि गन्ना जूस पीते समय किन बातों के प्रति सावधान रहना चाहिएः
बहुत ही अहम् जानकारी दी है. आभार.
जवाब देंहटाएंनेक सलाह
जवाब देंहटाएंसावधानी जरूरी
मनुष्य को स्वस्थ रहने के लिए किसी अतिरिक्त शक्कर की आवश्यकता नहीं होती क्योंकि लगभग सभी खद्यों में शक्कर समाहित होती है अथवा पाचन के बाद बन जाती है. इस कारण से गन्ना मनुष्य जाती के लिए अभिशाप है. भारत में इसे दुष्ट यहूदियों द्वारा स्वास्थ विनाश के लिए लाया गया था.
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