क्या है सांझा चूल्हा
दरअसल, पेट्रोलियम मंत्रालय ने अस्पतालों, रैन बसेरों और धर्मशालाओं मंे सिलेंडर और गैस चूल्हे देकर ऐसी रसोई बनाने का कार्य शुरू किया है, जहां कोई भी एक निश्चित रकम देकर एक निश्चित अवधि के लिए उनका उपयोग कर सकता है। सूत्रों के मुताबिक, पेट्रोलियम राज्य मंत्री जितिन प्रसाद हाल ही में किसी सरकारी अस्पताल गए थे। वहां उन्होंने देखा कि लोग स्टोव पर खाना पका रहे हैं। उन्होंने बताया गया कि ये लोग दूर-दराज से आए हैं। इनके पास इतने पैसे नहीं है कि अपने व बीमार के लिए हर दिन बाजार से खाना खरीद पाएं। इसकी वजह से वे ऐसा कर रहे हैं। उन्हें यह भी बताया गया कि मिट्टी के तेल के लिए ऐसे लोगों को खासा भटकना पड़ता है और दुकानदारों से महंगी दर पर खरीदारी करनी पड़ती है। इसके बाद उन्होंने अस्पतालों में ऐसे चूल्हों को स्थापित करने की सलाह अधिकारियों को दी। सूत्रों के मुताबिक, पेट्रोलियम राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने इस योजना की पहल की है। इस समय दिल्ली के एम्स में ऐसा ही एक चूल्हा चल रहा है।
(दैनिक भास्कर,दिल्ली संस्करण,5.2.10 में संतोष ठाकुर की रिपोर्ट)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
एक से अधिक ब्लॉगों के स्वामी कृपया अपनी नई पोस्ट का लिंक छोड़ें।