सोमवार, 21 दिसंबर 2009

Hindu women's health inferior to Muslims:हिंदू महिलाएं मुसलिमों से कम हेल्दी

हिंदू महिलाएं स्वास्थ्य मानकों जैसे कद, वजन, पोषण के मामले में मुसलिम महिलाओं से पीछे हैं. लेकिन, गर्भ निरोधक उपाय अपनाने के मामले में हिंदू, सिख, बौद्ध और जैन महिलाएं मुसलिम महिलाओं से काफी आगे हैं. धार्मिक व भाषायी अल्पसंख्यकों की स्थिति पर रंगनाथ मिश्र आयोग की रिपोर्ट में इन तथ्यों का जिक्र किया गया है. रिपोर्ट पिछले सप्ताह ही संसद में रखी गयी थी. न्यायमूर्ति रंगनाथ मिश्र का मकसद धार्मिक अल्पसंख्यकों के पिछड़ेपन को सामने लाते हुए शिक्षा और सरकारी नौकरियों में उनके लिए आरक्षण के उपाय सुझाना था.ईसाइयों में सबसे कम शिशु मृत्यु दर रिपोर्ट में कहा गया है कि हिंदुओं में शिशु मृत्यु दर सबसे अधिक 77.1 प्रतिशत है. मुसलिम, ईसाई, सिख, जैन और बौद्धों में यह दर कहीं कम है. मुसलमानों में शिशु मृत्यु दर 58.8, ईसाइयों में 49.2 और सिखों में 53.3 फीसदी है.सिख महिलाओं का कद सबसे अधिकरिपोर्ट के अनुसार, हिंदू महिलाओं का औसत कद 151.1 सेमी है. मुसलिम महिलाओं में यह 151.5 सेमी से कम पाया गया. सबसे अधिक औसत कद 155.0 सेमी सिख महिलाओं का पाया गया. जैन महिलाओं का औसत कद 153.6 और ईसाई महिलाओं का 152.1 सेमी है. इसमें कहा गया है कि 49.2 प्रतिशत हिंदू महिलाएं गर्भ निरोध के उपाय करती हैं. जबकि मुसलिम महिलाओं में यह आंकड़ा सिर्फ़ 37 प्रतिशत ही है. 36.2 प्रतिशत हिंदू महिलाएं और 2.1 प्रतिशत हिंदू पुरुष नसबंदी कराते हैं. जबकि मुसलमानों में 19.6 महिलाएं और 0.8 प्रतिशत पुरुष नसबंदी से परिवार नियोजन का मार्ग अपनाते हैं.दो जनगणनाओं का आकलनरिपोर्ट में आंकड़ों के हवाले से कहा गया है कि दो जनगणनाओं के बीच हिंदुओं की आबादी कम हुई है. जबकि मुसलिम अल्पसंख्यकों की आबादी में इजाफ़ा हुआ है. दूसरे अल्पसंख्यक वगाब जैसे ईसाई, सिख, बौद्ध और जैनियों की आबादी जस-की-तस बनी रही. आयोग के अनुसार, 1991 और 2001 की जनगणना के अनुसार हिंदू आबादी 82.0 फीसदी से घट कर 80.5 प्रतिशत पर आ गयी. मुसलमानों की आबादी 12.1 से बढ़ कर 13.4 प्रतिशत हो गयी. ईसाई आबादी 2.3, सिख आबादी 1.9, बौद्ध 0.8 और जैन आबादी 0.4 प्रतिशत पर कायम रही.हिंदू महिलाएं सर्वाधिक कुपोषण के जोखिम मेंऔसत वजन के मामले में भी मुसलिम महिलाओं ने हिंदू महिलाओं को पीछे छोड़ा है. जैन महिलाएं इस मामले में सबसे आगे हैं. हिंदू महिलाओं का औसत शारीरिक वजन कद के मुकाबले 20.1 किलो है. जबकि मुसलिम महिलाओं के लिए यह आंकड़ा 20.5 और जैन महिलाओं के लिए 23.4 किलो है. हिंदू महिलाएं सर्वाधिक कुपोषण के जोखिम में हैं.शिक्षा का मामलाहिंदुओं में 54.91 प्रतिशत और मुसलमानों में 65.31 प्रतिशत बच्चे प्राइमरी स्तर की शिक्षा हासिल करते हैं. लेकिन,हिंदुओं में स्नातक करनेवालों का प्रतिशत 7.01 है, जबकि मुसलमानों में यह प्रतिशत 3.6 रह जाता है. प्राइमरी से स्नातक जानेवालों में जैन वर्ग सबसे आगे है. जैन समुदाय के 29.51 प्रतिशत बच्चे प्राइमरी तक जाते हैं और 21.47 प्रतिशत स्नातक तक पहुंच जाते हैं. (साभारः प्रभात खबर,21 दिसम्बर,2009)

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