शुक्रवार, 4 नवंबर 2011

अस्थमा का घरेलू उपचार

-एक पका हुआ केला लें। इसे गैस पर धीमी आँच करके थोड़ी देर तक सेकें। इस पर बारीक कुटी हुई काली मिर्च बुरक कर बच्चे को गरम-गरम खाने के लिए दें। यह एक बढ़िया उपाय है जिससे अस्थमा के मरीज़ को तुरंत राहत मिलती है। अस्थमा के अटैक से उबरने के लिए यह एक कारगर उपाय है।

-तुलसी के कुछ पत्तों को पीस लें। १३ मि.ली. शहद में २० मि.ली. तुलसी का पेस्ट अच्छे से मिलाकर बच्चे को खाने के लिए दें। यह एक बढ़िया उपाय है।

-अस्थमा के मरीज़ों को कई बार साँस लेने में परेशानी महसूस होती है। ऐसे में तुलसी के पत्तों पर थोड़ा काला नमक छिड़ककर मुँह में रखने से फायदा होता है।  

 - अस्थमा में लहसुन बहुत फायदेमंद होती है। लहसुन की कलियों को कुचलकर दूध में उबालें। बच्चे को ये दूध पिलाएँ, चाहें तो उबली हुई कलियाँ भी खाई जा सकती हैं।

-शहद की बरनी को बच्चे को कुछ मिनटों के लिए सूँघने के लिए दें। एक गिलास हल्के गरम पानी में एक चम्मच शहद मिलाएँ और दिन में तीन बार बच्चे को पीने के लिए दें।  

-पुरानी सुखाई हुई हल्दी का एक टुकड़ा लें। इसे खरल या ओखली में डालकर बारीक पावडर बना लें। यह हल्दी पावडर एक चम्मच लें और इसे दो चम्मच शहद में अच्छे से घोल लें। इस मिश्रण को प्रतिदिन लें।  

 - अजवाइन को पानी में उबालें और बच्चे को इसकी भाप लेने के लिए दें, राहत मिलेगी।

-सूखे अंगूरों को रात भर पानी में गलाकर रख दें। सुबह बच्चे को ये अंगूर चबाकर खाने के लिए दें।

-रात को सोने से पहले थोड़े से भुने चने खा लें। इसके ऊपर एक गिलास गरम दूध पीयें(सेहत,नई दुनिया,अक्टूबर चतुर्थांक 2011)। 


आज ही शाम सात बजे जानिएः 


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