tag:blogger.com,1999:blog-8457042010170320681.post8391252464419295315..comments2023-12-02T15:22:34.849+05:30Comments on स्वास्थ्य: मॉर्निंग वाक का कोई विकल्प नहींविनय चौधरीhttp://www.blogger.com/profile/01644384228071422665noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-8457042010170320681.post-44582371897835901162012-01-14T20:52:20.679+05:302012-01-14T20:52:20.679+05:30endorfin=endorphinendorfin=endorphinसिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8457042010170320681.post-62236524974798145932012-01-14T20:43:54.438+05:302012-01-14T20:43:54.438+05:30endorfin harmone के बारे में कुछ और जानकारी दीजिए।...endorfin harmone के बारे में कुछ और जानकारी दीजिए। यह कैसे मूड को सही करता है?<br /><br />आप द्वारा इस ब्लॉग के माध्यम से बहुत बड़ा काम अन्जाम दिया जा रहा है। बधाई।सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8457042010170320681.post-83620998653569713472012-01-13T17:46:33.481+05:302012-01-13T17:46:33.481+05:30Wah ji Wah... Bahut hi behtreen jaankaari di hai a...Wah ji Wah... Bahut hi behtreen jaankaari di hai aapne... Kal se hi shuru karte hai Subeh ki Sair...Shah Nawazhttps://www.blogger.com/profile/01132035956789850464noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8457042010170320681.post-26851201562254575662012-01-13T17:36:21.258+05:302012-01-13T17:36:21.258+05:30अपनी टिप्पणियों को संकलित करना एक मौलिक प्रयास है।...अपनी टिप्पणियों को संकलित करना एक मौलिक प्रयास है। इससे सोचने-विचारने और टिप्पणी को मर्यादित बनाने में सहायता मिलती है।कुमार राधारमणhttps://www.blogger.com/profile/10524372309475376494noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8457042010170320681.post-50716525798562795342012-01-13T17:05:42.738+05:302012-01-13T17:05:42.738+05:30achha aalekh jankari hi janakri muft men dava :)achha aalekh jankari hi janakri muft men dava :)Sunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8457042010170320681.post-55166747112257902852012-01-13T16:58:23.284+05:302012-01-13T16:58:23.284+05:30मॉर्निंग न सही , इवनिंग ही सही । वॉकिंग इज बेस्ट ...मॉर्निंग न सही , इवनिंग ही सही । वॉकिंग इज बेस्ट एक्सरसाइज़ ।<br />अच्छा आलेख है ।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8457042010170320681.post-7500158715572600132012-01-13T15:20:11.641+05:302012-01-13T15:20:11.641+05:30@ कुमार साहब ! हमने यह ब्लॉग अपने कमेंट्स को संकलि...@ कुमार साहब ! हमने यह ब्लॉग अपने कमेंट्स को संकलित करने के लिए बनाया है। इसके अलावा दूसरे ब्लॉग्स कमेंट्स के लिए ओपन हैं।<br />शुक्रिया !DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8457042010170320681.post-67258287735261855612012-01-13T15:12:12.507+05:302012-01-13T15:12:12.507+05:30मार्निंग वॉक तो नहीं हो पाती जी.........इवनिंग वॉक...मार्निंग वॉक तो नहीं हो पाती जी.........इवनिंग वॉक से कुछ फायदा होता है क्या?Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8457042010170320681.post-38759192148091851582012-01-13T14:17:32.282+05:302012-01-13T14:17:32.282+05:30वाक़ई सुबह की सैर का कोई विकल्प नहीं है।
खूब-सूरत...वाक़ई सुबह की सैर का कोई विकल्प नहीं है।<br /><br />खूब-सूरत प्रस्तुति |<br />बहुत-बहुत बधाई ||Pragya Sharmahttps://www.blogger.com/profile/17674774126694104489noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8457042010170320681.post-15739589905434054612012-01-13T13:29:10.873+05:302012-01-13T13:29:10.873+05:30खूब-सूरत प्रस्तुति |
बहुत-बहुत बधाई ||खूब-सूरत प्रस्तुति |<br />बहुत-बहुत बधाई ||रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8457042010170320681.post-31729736813814801902012-01-13T13:09:00.695+05:302012-01-13T13:09:00.695+05:30aapne sahi kaha hai ki subah ki walk se behtar koi...aapne sahi kaha hai ki subah ki walk se behtar koi exercise nahi hai.achchi salah laabhdayak post.Rajesh Kumarihttps://www.blogger.com/profile/04052797854888522201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8457042010170320681.post-49890584477679157212012-01-13T11:45:19.785+05:302012-01-13T11:45:19.785+05:30@डाक्टर अनवर जमाल जी,
कमेंट्स गार्डन में तो कमेंट्...@डाक्टर अनवर जमाल जी,<br />कमेंट्स गार्डन में तो कमेंट्स का विकल्प ही नहीं दिख रहा।कुमार राधारमणhttps://www.blogger.com/profile/10524372309475376494noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8457042010170320681.post-77698794794318514602012-01-13T10:39:05.673+05:302012-01-13T10:39:05.673+05:30Please have a look on
धार्मिक सद्भाव भी बढ़ाती है स...Please have a look on<br />धार्मिक सद्भाव भी बढ़ाती है सुबह की सैर Morning walk in Deoband <br />http://commentsgarden.blogspot.com/2012/01/morning-walk-in-deoband.htmlDR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8457042010170320681.post-47893603442415326192012-01-13T10:14:37.270+05:302012-01-13T10:14:37.270+05:30सुबह की सैर का कोई विकल्प नहीं है।
हम इस टिप्पणी ...<b>सुबह की सैर का कोई विकल्प नहीं है। </b><br />हम इस टिप्पणी के शीर्षक में दी गई एक लाइन लिखकर ही जाने वाले थे कि हमें मौलाना वहीदुदीन ख़ान साहब याद आ गए। उनकी उम्र तक़रीबन 100 साल है और वे आज भी फ़िट हैं। पूरी दुनिया में आ जा रहे हैं। सेंटर फ़ॉर पीस एंड स्प्रिच्युएलिटि चला रहे हैं। ख़ुद भी सकारात्मक हैं और दूसरों को भी सकारात्मक बना रहे हैं। सुबह की सैर उनकी नियमित दिनचर्या का हिस्सा है। उनके चेहरे की आभा देखते ही बनती है।<br /> www.cpsglobal.org पर आप उनसे आमने सामने रू ब रू भी हो सकते हैं।<br />इसके बाद हमें याद आ गया देवबंद और देवबंद के याद आते ही हमें यह भी याद आ गया कि सुबह की सैर धार्मिक सद्भाव भी बढ़ाती है। <br />देवबंद में इस समय 4 हज़ार से ज़्यादा तालिब इल्म इस्लामी मदरसों में शिक्षा पा रहे हैं और उन्हें शिक्षा देने वाले उस्तादों की तादाद भी 300 से ज़्यादा होगी। सहायक स्टाफ़ की गिनती इससे अलग है। छोटे छोटे मदरसों को भी जोड़ा जाए तो गिनती मुश्किल हो जाती है। <br />शहर के बाहर जंगल में त्रिपुर बाला सुंदरी देवी का मंदिर है और उससे मिला हुआ संस्कृत महाविद्यालय है। वहीं एक बहुत बड़ा कुंड भी है जिसे देवीकुंड भी कहते हैं और उसमें बड़ी बड़ी मछलियां भी बहुत हैं। कुंड के पास एक फूलों से भरा हुआ बग़ीचा भी है।<br />शहर के एक किनारे पर लालक़िला और ताजमहल की याद दिलाने वाले मदरसों की इमारतें हैं तो दूसरी तरफ़ मंदिर और गुरूकुल और शहर भर में मंदिर मस्जिद पास पास तो हैं ही और कहीं कहीं तो बहुत ही पास पास हैं। मिले हुए भी हैं। मदरसों के उस्ताद अपने शिष्यों के साथ घूमते हुए देखे जाएं तो एक अच्छा अनुभव होता है। उस्ताद तो देवीकुंड की तरफ़ नहीं जाते लेकिन मदरसों के छात्र रोज़ाना ही उधर जाते हैं। कितने भी कम जाएं फिर भी तादाद बहुत हो जाती है। हिंदू आचार्य और आम शहरी हिंदू भाई भी घूमने के लिए और अपने मेहमानों को दिखाने के लिए दारूल उलूम की तरफ़ चले आते हैं। <br />इस तरह एक संस्कृति का दूसरी संस्कृति से परस्पर मिलन होता है और सारी आशंकाएं स्वतः ही निर्मूल हो जाती हैं। देवबंद एक धार्मिक नगरी मानी जाती है। हिंदू और मुस्लिम, दोनों के ही मंदिर, मस्जिद और दरगाहें यहां हैं। इसके बावजूद यहां धार्मिक सदभाव बना हुआ है। <br />आज आपका लेख पढ़कर ध्यान आया कि इसके पीछे सुबह की सैर का भी बड़ा योगदान है। <br />सुबह की सैर से ज्ञान भी मिलता है और दिल की दुनिया में प्रेम के अंकुर भी फूटते हैं। सुबह की सैर मन को निर्मल भी करती है। <br />‘उपचार की सहज वृत्ति‘ एक अंग्रेज़ी किताब का अनुवाद है। इसमें बहुत पहले हमने एक मनोचिकित्सक के बारे में पढ़ा था कि उसके पास अवसाद का एक मनोरोगी आया। उसके लिए कोई भी दवा कारगर नहीं हो पा रही थी। तब उसे एक विशेष मनोचिकित्सक के पास भेजा गया। उसने उसे कहा कि आप सुबह उस वक्त उठ जाएं जबकि अंधेरा हो और आप पौ फटने के क़ुदरती सीन को देखा करें। उसने ऐसा ही किया और कुछ दिनों बाद उसका अवसाद बिना किसी दवा के ही ठीक हो गया।<br />इंसान अगर अपनी बायो क्लॉक (जैव घड़ी) का पालन करे जैसे कि दूसरे पशु-परिंदे करते हैं तो वह बहुत सी बीमारियों से बचा रहेगा। जो लोग बीमार हो चुके हैं। उनके लिए बहुत ज़रूरी है कि वे अपनी दवा गोली के साथ अपना सोना जागना ठीक कर लें और नियमित रूप से सैर किया करें।<br />वाक़ई सुबह की सैर का कोई विकल्प नहीं है।<br />एक अच्छा लेख पढ़वाने के लिए आपका शुक्रिया !DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8457042010170320681.post-28095596015652684312012-01-13T08:59:03.043+05:302012-01-13T08:59:03.043+05:30यह बहुत बेहतर उपाय है.यह बहुत बेहतर उपाय है.भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.com