tag:blogger.com,1999:blog-8457042010170320681.post4203224076076177306..comments2023-12-02T15:22:34.849+05:30Comments on स्वास्थ्य: जानिए होम्योपैथी से जु़ड़ी भ्रांतियों कोविनय चौधरीhttp://www.blogger.com/profile/01644384228071422665noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-8457042010170320681.post-83030005590372849742018-06-27T00:46:47.852+05:302018-06-27T00:46:47.852+05:30Kya alchohal mila hota haiKya alchohal mila hota haiAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/01623523423892988428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8457042010170320681.post-19567592431101287962010-04-29T18:05:01.781+05:302010-04-29T18:05:01.781+05:30मैने अपने कई स्वास्थ्य समस्याओं के लिये होमियोपैथी...मैने अपने कई स्वास्थ्य समस्याओं के लिये होमियोपैथी की दवा ली और वह कारगर भी रही है. पिछले दिनो मुझे गंभीर साइनासाईटिस की प्राबलम हो गयी थी.रात में मुझे दो तीन बार एन्हेलर लेना पड़्ता था. जिसका एलोपैथी डाक्टर ने सभी इलाज करके हार जाने के बाद आप्रेशन ही एकमात्र इलाज बताया था . लेकिन एक दोस्त की सलाह पर मैने एक होमियोपैथी डाक्टर से अपना इलाज कराया जिसने मुझे छ: महीने तक लगातार दवा खाने को दी और आज मै पूरी तरह स्वस्थ्य हूं.rkhttps://www.blogger.com/profile/15772748498370880761noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8457042010170320681.post-89682574258692905722010-04-12T13:44:38.258+05:302010-04-12T13:44:38.258+05:30उपयोगी तथ्यउपयोगी तथ्यराम बंसल/Ram Bansalhttps://www.blogger.com/profile/10182040999161020512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8457042010170320681.post-81159241079948612552010-04-11T14:42:04.190+05:302010-04-11T14:42:04.190+05:30.
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निशांत मिश्र जी व गिरिजेश राव जी से सहमत,
ए....<br />.<br />.<br />निशांत मिश्र जी व गिरिजेश राव जी से सहमत,<br /><br />एक cohort है placebo acceptors का, होम्योपैथी उन्हीं लोगों में काम करती है । काफी पढ़ा है इस बारे में, अधिकतर लेखकों द्वारा लिखी गई केस स्टडीज चमत्कारिक ईलाज होते दिखाती हैं परंतु उन केस स्टडीज को दोबारा से निश्चितता के साथ दोहराया नहीं जा सकता... मामला आस्था पर आकर खत्म हो जाता है... आज के दौर में Psychosomatic मरीजों, Terminally ill मरीजों, Vague ill defined symptoms वाले मरीजों, Self limiting illness के मरीजों का आसरा है यह पद्धति...<br /><br />किसी भी वैज्ञानिक ट्रायल में यह पद्धति अपने आपको साबित नहीं कर पाई है।प्रवीण https://www.blogger.com/profile/14904134587958367033noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8457042010170320681.post-59408447800609272022010-04-11T02:18:36.303+05:302010-04-11T02:18:36.303+05:30यह तो है.....अगर शंका का समाधान हो जाए तो बेहतर है...यह तो है.....अगर शंका का समाधान हो जाए तो बेहतर हैRohit Singhhttps://www.blogger.com/profile/09347426837251710317noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8457042010170320681.post-45211909071481150192010-04-11T00:25:18.618+05:302010-04-11T00:25:18.618+05:30द्विवेदी जी यह कोई सर्व मान्य जवाब नहीं हुआद्विवेदी जी यह कोई सर्व मान्य जवाब नहीं हुआडॉ महेश सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/18264755463280608959noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8457042010170320681.post-69195201245958192902010-04-10T23:13:04.280+05:302010-04-10T23:13:04.280+05:30@ गिरजेश जी डाक्टर महेश सिन्हा जी और निशांत मिश्र ...@ गिरजेश जी डाक्टर महेश सिन्हा जी और निशांत मिश्र जी<br />आप तीनों का शंका करना ठीक है। मेरी भी पहले ऐसी ही शंकाएँ हुआ करती थीं लेकिन वे निर्मूल निकलीं। मैं ने बीएससी तक जीव विज्ञान पढ़ा है. फिर आयुर्वेद विशारद कर कुछ दिन आयुर्वेदिक चिकित्सालय में मामाजी के साथ अभ्यास भी किया है। बाद में मैं होमियोपैथी के संपर्क में आया और उसी का हो कर रह गया। पिछले सत्ताईस वर्षों से वही व्यवहार में है। घर में दवाखाना बन गया है जिसे मेरी पत्नी शोभा देखती हैं।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8457042010170320681.post-20515892322093994172010-04-10T22:28:40.686+05:302010-04-10T22:28:40.686+05:30जानकारी अच्छी है पर आप मुझे केवल यह बताइए कि होम्य...जानकारी अच्छी है पर आप मुझे केवल यह बताइए कि होम्योपैथिक दवा किस प्रकार काम करती है. मुझ पर कोई होम्योपैथिक दवा कभी असर नहीं करती. कहीं इसका कारण यह तो नहीं कि मैंने हैरिसन की 'प्रिंसिपल्स ऑफ़ इन्टरनल मेडिसिन' और 'फिज़ोलोजिकल बेसिस ऑफ़ ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन' पढी हुई है.<br />कुछ महीनों पहले जर्मनी में होम्योपैथी के आलोचकों ने होम्योपैथिक डाक्टरों द्वारा लाई गयी स्ट्रोंग होम्योपैथिक दवाइयों को सौ से पांच सौ गुने डोज़ में सबके सामने खाकर किसी प्रकार का प्रभाव या दुष्प्रभाव नहीं पड़ने का चैलेन्ज किया. वे यह चैलेन्ज जीत गए. क्यों?निशांत मिश्र - Nishant Mishrahttps://www.blogger.com/profile/08126146331802512127noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8457042010170320681.post-56924174701390901942010-04-10T21:09:25.675+05:302010-04-10T21:09:25.675+05:30होम्योपैथी के पुराने और प्रसिद्ध चिकित्सक किसी प्र...होम्योपैथी के पुराने और प्रसिद्ध चिकित्सक किसी प्रयोगशाला का उपयोग नहीं करते थे . उनका नाड़ी ज्ञान विस्तृत था .<br />सही जानकारी नहीं होने पर यह विधा भी नुकसान पहुँचा सकती हैडॉ महेश सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/18264755463280608959noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8457042010170320681.post-1506801533457563052010-04-10T17:48:59.714+05:302010-04-10T17:48:59.714+05:30इस लेख के लिए आभार। लेकिन मुझे अभी भी शंका रहती है...इस लेख के लिए आभार। लेकिन मुझे अभी भी शंका रहती है कि इतने कम सान्द्रण में कोई रसायन या अर्क कैसे प्रभाव डाल सकता है - सम्भवत: इस शंका का कारण यह हो कि मेरे उपर होम्योपैथी दवाओं ने अच्छा या बुरा कभी भी कोई प्रभाव नहीं डाला । न तो मैं शराबी हूँ और न ही कोई और नशा करता हूँ।गिरिजेश राव, Girijesh Raohttps://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.com