tag:blogger.com,1999:blog-8457042010170320681.post2749765624218871495..comments2023-12-02T15:22:34.849+05:30Comments on स्वास्थ्य: राजधानी एक्सप्रेस में सफर कर रहे हैं? तौलिए,चादर और कंबल का इस्तेमाल ज़रा संभल कर करें !विनय चौधरीhttp://www.blogger.com/profile/01644384228071422665noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-8457042010170320681.post-72895036145680390182011-05-28T11:24:48.484+05:302011-05-28T11:24:48.484+05:30शासकीय कर्मी जहाँ तक संभव हो अपनी जिम्मेदारियों से...शासकीय कर्मी जहाँ तक संभव हो अपनी जिम्मेदारियों से बचने की कामचोरी करते पाये ही जाते हैं, और इनके पाले पडने वाला हर यात्री इतना जागरुक या उलझने के मूड में नहीं होता इसलिये भी ये पोल-पट्टी चलती रहती है ।Sushil Bakliwalhttps://www.blogger.com/profile/08655314038738415438noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8457042010170320681.post-24560813365006276032011-05-28T03:59:15.555+05:302011-05-28T03:59:15.555+05:30Behad afsosjanakBehad afsosjanak डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8457042010170320681.post-69100481918042502142011-05-27T21:52:17.590+05:302011-05-27T21:52:17.590+05:30"कुछ लोग असाध्य समझी जाने वाली बीमारी से भी ब..."कुछ लोग असाध्य समझी जाने वाली बीमारी से भी बच जाते हैं और इसके बाद वे लम्बा और सुखी जीवन जीते हैं, जबकि अन्य अनेक लोग साधारण सी समझी जाने वाली बीमारियों से भी नहीं लड़ पाते और असमय प्राण त्यागकर अपने परिवार को मझधार में छोड़ जाते हैं! आखिर ऐसा क्यों?"<br /><br />यदि आप इस प्रकार के सवालों के उत्तर जानने में रूचि रखते हैं तो कृपया "वैज्ञानिक प्रार्थना" ब्लॉग पर आपका स्वागत है?<br />http://4timeprayer4u.blogspot.com/वैज्ञानिक प्रार्थनाhttps://www.blogger.com/profile/06920100577503476184noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8457042010170320681.post-80115218521321874362011-05-27T20:11:08.555+05:302011-05-27T20:11:08.555+05:30बाप रे।
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हंसते रहो भाई, हंसाने वाला आ गय...बाप रे।<br /><br />---------<br /><a href="http://za.samwaad.com/" rel="nofollow">हंसते रहो भाई, हंसाने वाला आ गया।</a><br /><b><a href="http://ts.samwaad.com/" rel="nofollow">अब क्या दोगे प्यार की परिभाषा?</a></b>Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8457042010170320681.post-9937330585996060392011-05-27T17:49:06.781+05:302011-05-27T17:49:06.781+05:30बहुत शर्मनाक स्थिति है ।बहुत शर्मनाक स्थिति है ।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8457042010170320681.post-51796878134086740702011-05-27T15:39:10.509+05:302011-05-27T15:39:10.509+05:30उनका परिचय दमदार था तो सेवा ले ली । इसे जानकर दुख ...उनका परिचय दमदार था तो सेवा ले ली । इसे जानकर दुख हुआ ।<br />सभी अमीर आदमियों को अच्छी सेवा प्राप्त हो , रेलवे को यह सुनिश्चित करना चाहिए । कुछ वह मुफ्त में तो लेते नहीं । अगर ये लोग भी सेहतमंद न पाए तो फिर और कौन रह पाएगा ?DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8457042010170320681.post-81175317711628198222011-05-27T13:02:52.742+05:302011-05-27T13:02:52.742+05:30धन्यवाद जी....धन्यवाद जी....Darshan Lal Bawejahttps://www.blogger.com/profile/10949400799195504029noreply@blogger.com